परिवहन में बच्चों व आमजन की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं: प्रमंडलीय आयुक्त
पटना समेत भोजपुर बक्सर नालंदा कैमूर एवं रोहतास के जिला परिवहन पदाधिकारियों के साथ बैठक में आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना एवं मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना का वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार करें। नए वाहनों के निबंधन व्यावसायिक वाहनों के अनुज्ञा पत्र एवं चालक अनुज्ञप्ति से संबंधित मामले तय अवधि में निपटाएं।

संवाददाता, पटना। जिला सड़क सुरक्षा समिति और बाल परिवहन समिति की बैठक नियमित रूप से होनी चाहिए। बच्चों समेत आमजन की सुरक्षा से किसी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रमंडलीय आयुक्त डा. चंद्रशेखर सिंह ने जिला परिवहन अधिकारियों को यह हिदायत दी है।
वे बुधवार को वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित प्रमंडलस्तरीय बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने सड़क सुरक्षा मानकों का अक्षरश: अनुपालन कराने व लक्ष्य के मुताबिक राजस्व संग्रहण का निर्देश दिया। कहा कि इसमें किसी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए।
ओवरलोडिंग पर करें सख्त कार्रवाई
पटना समेत भोजपुर, बक्सर, नालंदा, कैमूर एवं रोहतास के जिला परिवहन पदाधिकारियों के साथ बैठक में आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना एवं मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना का वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार करें। नए वाहनों के निबंधन, व्यावसायिक वाहनों के अनुज्ञा पत्र एवं चालक अनुज्ञप्ति से संबंधित मामले तय अवधि में निपटाएं। ओवरलोडिंग के मामले में प्रविधानों के अनुसार दंड लगाएं। अपने-अपने क्षेत्र के स्कूल वाहनों की नियमित जांच करें।
नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में बाल परिवहन समिति क्रियाशील रहना चाहिए और समय-समय पर उसकी बैठक भी हो। संयुक्त आयुक्त सह आरटीए सचिव मनोज कुमार चौधरी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्रों की जांच का भी निर्देश दिया।
हादसे का कारण खोजें और करें समाधान
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि सुगम एवं सुचारु यातायात की व्यवस्था जरूरी है। सभी विभागों के अधिकारी आपस में समन्वय कर बेहतर यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करें। पार्किंग स्थल, वेंडिंग जोन, नो एंट्री पर विचार, सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने, जाम, हादसे का कारण खोजकर समाधान करने अतिक्रमण हटाने समेत अन्य बिंदुओं पर उन्हाेंने कार्य करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने कहा कि बच्चों की पाठ्य-सामग्री में भी सड़क सुरक्षा से संबंधित विषय अनिवार्य रूप से रहना चाहिए ताकि उन्हें जागरूक किया जा सके तथा दुर्घटना को रोका जा सके। वाहनों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण अक्सर यातायात पर दबाव देखा जा रहा है।
कंजेशन की समस्या दूर करने तथा सुचारु परिवहन के लिए यातायात-प्रबंधन आवश्यक है। यातायात व्यवधान, अतिक्रमण एवं यातायात नियमों के उल्लंघन के विरूद्ध सख्ती से कार्रवाई करें।
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