Bihar Pink Bus: दो महीने में मिलेंगी और 80 पिंक बसें, पटना में टिकट की कीमत 40% तक सस्ती
सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बस सेवा का विस्तार कर रही है। सितंबर तक 80 नई बसें आएंगी जो विभिन्न जिलों में चलेंगी। पटना में यह सेवा पहले से ही चल रही है जिसमें महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं हैं। किफायती किराया और महिला चालकों के साथ यह योजना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है।

विद्या सागर, पटना। बिहार सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पिंक बस सेवा को और विस्तार देने की पहल की है। इस सेवा के तहत सितंबर तक 80 नई पिंक बसें आने की उम्मीद है। ये बसें प्रदेश के कई जिले में चलाई जाएंगी। यह योजना बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) द्वारा संचालित की जा रही है।
इसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, सुलभ और किफायती सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराना है। नई बसों के खरीद पर प्रति बस 22 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। इन बसों में छात्राओं के लिए 450 रुपये में मासिक पास बनाया जा रहा है। यह पास सभी बसों में इस्तेमाल हो सकेगा।
पटना में कई और रूटों पर मिलेगी पिंक बस की सुविधा
पटना में पिंक बस सेवा की शुरुआत मई 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। पहले चरण में 20 सीएनजी पिंक बसें शुरू की गईं, जिनमें से आठ बसें पटना में संचालित हो रही हैं।
ये बसें गांधी मैदान से दानापुर स्टेशन एवं गांधी मैदान से एम्स तक के रूट पर चलती हैं, जो मगध महिला कालेज, पटना वीमेंस कॉलेज, जेडी वीमेंस कालेज, आईजीआईएमएस और सगुना मोड़ जैसे प्रमुख स्थानों को कवर करती हैं।
इसके अलावा, नेहरू पथ और एम्स मार्ग पर भी ये बसें चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त नई बसें आने के बाद अशोक राजपथ व राजेन्द्र नगर क्षेत्र के लिए चलाई जा सकती हैं।
महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं
पिंक बसें पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित हैं और इनमें अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हैं:
- 22 आरामदायक सीटें और सीट बेल्ट
- सीसीटीवी और जीपीएस ट्रैकिंग
- पैनिक बटन आपात स्थिति के लिए
- मोबाइल चार्जिंग पाइंट
सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और प्राथमिक उपचार किट
पटना की पिंक बसों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें और प्राथमिक उपचार किट जोड़े गए हैं, जिससे महिला यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा मिल रही है। इन बसों का संचालन सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक दो पाली में चार फेरी में संचालित होता है, जिससे कामकाजी महिलाओं और छात्राओं को विशेष लाभ हो रहा है।
पिंक बसों का किराया बेहद किफायती रखा गया है, जो छह रुपये से शुरू होकर अधिकतम 25 रुपये तक है। पटना में टिकट की कीमत 40% तक सस्ती है।
महिला सशक्तिकरण और रोजगार
इस योजना के तहत बसों का संचालन पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। 88 महिला कंडक्टरों का चयन हो चुका है, और 500 महिला चालकों को प्रशिक्षण देने की योजना है। यह कदम न केवल महिलाओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करता है, बल्कि उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसर भी प्रदान करता है।
इन शहरों में विस्तार
नई बसें आने के बाद जिलों के लिए रूट भी तय कर लिए जाएंगे। नए शहरों आरा से भी पिंक बस सेवा शुरू करने की तैयारी है। इसके अतिरिक्त बीएसआरटीसी के सभी छह प्रमंडलों में बसें दी जाएंगी। अभी पटना के अलावा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, और पूर्णिया में भी पिंक बस सेवा शुरू हो चुकी है।
भागलपुर में बसें अलीगंज, नाथनगर, और तिलकामांझी बस स्टैंड जैसे रूटों पर चल रही हैं, जहां न्यूनतम किराया 9 रुपये है। गया में बसें गया जंक्शन से टिकारी और साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी तक चलती हैं।
80 नई बसें सिंतबर तक मिलने की उम्मीद है। नई बसें आने के बाद रूट भी तय किया जाएगा। कई रूट पर इस बस के परिचालन की मांग है। खास कर पटना में महाविद्यालय वाले क्षेत्र में डिमांट है। इसके अतिरिक्त जो रूट अधिसूचित है उन क्षेत्रों में भी नई बसें चलाई जाएगी। - ममता कुमारी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, बीएसआरटीसी, पटना प्रमंडल
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