बिहार वाले खूब दौड़ा रहे गाड़ी, हर दिन कर रहे डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत, प्रदूषण भी हो रहा कम
बिहार समेत देश के 11 राज्यों में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिक्स कर बिक्री आरंभ हो चुकी है। इससे पेट्रोल की बचत हो रही है। बिहार में इथेनाल की 13 यूनिट स्थापित होकर उत्पादन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में तीन लाख छह हजार आठ सौ 26 किलो लीटर एथेनाल का उत्पादन हुआ था।

नलिनी रंजन, पटना। केंद्र सरकार की ओर से ई-10 ईंधन के बाद ई-12, ई-15 और अब ई-20 फ्यूल बिक्री हो रही है। इससे पर्यावरण सुरक्षा के साथ-साथ पेट्रोल की भी बचत हो रही है। वर्ष 2023-24 में बिहार में पेट्रोल में इथेनाल 10 प्रतिशत तक मिक्स कर बिक्री की जा रही है।
11 राज्यों में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिक्स कर बिक्री
इस दौरान ई-12 व ई-15 मिश्रण किया गया। केंद्र की ओर से फरवरी में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल की मिलावट की अनुमति मिलते ही बिहार समेत देश के 11 राज्यों में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिक्स कर बिक्री आरंभ हो चुकी है।
बिहार में इथेनाल की 13 यूनिट
आंकड़े बताते हैं कि अभी बिहार में इथेनाल की 13 यूनिट स्थापित होकर उत्पादन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में तीन लाख छह हजार आठ सौ 26 किलो लीटर एथेनाल का उत्पादन हुआ था। वर्तमान वर्ष में अब तक एक लाख 67 हजार सात सौ 13 किलो लीटर एथेनाल उत्पादन हुआ है। इससे बने पेट्रोल का उपयोग सभी वाहनों में किया जा रहा है।
हर दिन करीब डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत
विशेषज्ञ बताते है कि ई-20 मिश्रण होने से बिहार में हर दिन करीब डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत हो रही है। वर्तमान में हर दिन करीब सात हजार से अधिक टीकेएल पेट्रोल की खपत होती है। इसमें 20 प्रतिशत एथेनाल मिश्रण होने से डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत होती है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, दमन एंड दीव और दादरा नागर हवेली में इथेनाल मिक्स कर बिक्री की जा रही है।
सरकार के इस कदम से ईंधन का स्टाक बढ़ेगा, आयात पर आत्मनिर्भरता कम होगी। एक रिपोर्ट के अनुसार यदि 2025 तक ई-20 फ्यूल की बिक्री रफ्तार पकड़ेगी तो पेट्रोल के आयात में 30 हजार करोड़ रुपये की बचत होगा। इथेनाल युक्त पेट्रोल पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है।
बिहार के लिए काफी है लाभदायी
बीआइए के उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी बताते है कि वर्तमान में 13 एथेनाल यूनिट चालू है। इसके अतिरिक्त कई यूनिट कतार में है। एथेनाल उत्पादन से यहां के किसानों के लिए भी लाभदायी है, साथ ही इससे लोगों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके अतिरिक्त एथेनाल युक्त पेट्रोल से पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। इसका भी लाभ सभी को मिलेगा।
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