भवन तैयार, डॉक्टर भी मिल गए… पर नर्सिंग स्टाफ नहीं! पटना के 20 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कैसे होंगे चालू?
पटना में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बने 20 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नर्सिंग स्टाफ की कमी से पूरी तरह शुरू नहीं हो पाए हैं। भवन तैयार हैं और डॉक्टरों ...और पढ़ें

डॉक्टर भी मिल गए… पर नर्सिंग स्टाफ नहीं
डिजिटल डेस्क, पटना। पटना शहर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बनाए गए 20 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अब भी पूरी तरह शुरू नहीं हो पाए हैं। वजह इनके लिए भवन तैयार हैं, डॉक्टरों की नियुक्ति भी हो चुकी है, लेकिन नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी है। नर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति न होने से ये सेंटर कागजों पर तो चालू माने जा रहे हैं, लेकिन जमीन पर इनका संचालन अधर में है।
पिछले वर्ष इन 20 स्वास्थ्य केंद्रों को चालू करने की योजना बनी थी। स्मार्ट सिटी ने इन सभी का निर्माण कराया और भवनों को स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया। 11 केंद्रों में डॉक्टरों की पोस्टिंग भी कर दी गई, लेकिन नर्स व अन्य मेडिकल स्टाफ के अभाव में सेवाएं शुरू नहीं हो सकीं। इसके कारण शहरवासियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ अभी तक नहीं मिल पा रहा है।
स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए इन भवनों में प्रतीक्षालय, डॉक्टर कक्ष, प्रसव कक्ष, टीकाकरण कक्ष, लैब, शौचालय और पानी की बेहतर व्यवस्था की गई है।
इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग अब तक नर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया है। अधिकारी बताते हैं कि विभागीय स्तर पर फाइलें कई महीनों से लंबित हैं, जिसके कारण स्टाफिंग पूरी नहीं हो पाई है।
पहले 21 स्वास्थ्य केंद्र खोलने की थी योजना
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पहले 21 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने की योजना थी। बाद में एक केंद्र की जगह बदलने और डिज़ाइन में संशोधन होने के कारण संख्या घटकर 20 रह गई।
इनमें से 8 केंद्रों को स्मार्ट सिटी ने इस साल स्वास्थ्य विभाग को औपचारिक रूप से सौंप दिया है। इनमें नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति होते ही सेवाएं तुरंत शुरू की जा सकती हैं।
सेंटरों में मिलेंगी ये सुविधाएं
इन अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में टीबी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, गर्भवती महिलाओं की जांच, प्रसव, बच्चों का टीकाकरण, दवाओं की उपलब्धता, प्राथमिक जांच और रूटीन लैब टेस्ट जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
इसका उद्देश्य शहर के प्रत्येक वार्ड में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है ताकि मेडिकल कॉलेजों व बड़ी अस्पतालों पर भार कम हो।
कहां-कहां खुलेंगे केंद्र
रिपोर्ट के अनुसार ये केंद्र राजवंशी नगर, शास्त्री नगर, कंकड़बाग, कदमकुआं, बोरिंग रोड, विष्णुपुर, फुलवारी, पाटलिपुत्रा कॉलोनी, विधानसभा क्षेत्र और कई अन्य स्थानों पर बनाए गए हैं। इन इलाकों में जनसंख्या घनी होने से इन केंद्रों की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
लोगों की उम्मीदें—पर व्यवस्था अधूरी
इन केंद्रों के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि भवन बनने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही इलाज शुरू हो जाएगा, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी स्टाफ की कमी से यह संभव नहीं हो सका है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पास में स्वास्थ्य केंद्र खुलने से छोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पतालों में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
स्मार्ट सिटी मिशन की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना में निर्माण और डॉक्टरों की पोस्टिंग का काम तो पूरा हो गया, लेकिन नर्सिंग स्टाफ की कमी पूरी व्यवस्था को रोक रही है।
स्वास्थ्य विभाग जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ले, तो पटना के 20 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शहरवासियों के लिए बड़ी राहत साबित होंगे।

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