जरूरी खबर: पटना में गांधी मैदान के आगे नहीं जाएंगे वाहन, कलेक्ट्रेट व महेंद्रू घाट तक जाना होगा पैदल
पटना में गांधी मैदान से आगे वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। अब कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट तक जाने के लिए लोगों को पैदल चलना होगा। यह निर्णय शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से लिया गया है। नए नियम के अनुसार, सभी प्रकार के वाहनों को गांधी मैदान के पास ही पार्क करना होगा। पैदल चलने से लोगों के स्वास्थ्य को भी लाभ होगा।

पटना में गांधी मैदान से आगे नहीं जाएंगे वाहन
जागरण संवाददाता, पटना। गंगा का जलस्तर घटने से पक्के घाटों पर कम तो कच्चे घाटों में श्रद्धालुओं की समस्या काफी बढ़ गई है। पक्के घाटों से गंगा काफी पीछे चली गई है, वहीं कच्चे घाटों पर कीचड़ और दलदल के कारण फिसलन बढ़ गई है।
कई स्थानों पर श्रद्धालु जैसे ही घाट की ओर बढ़े, अचानक गहराई में पहुंच गए, जिससे अफरा-तफरी की स्थिति बनी। नहाय-खाय और पहले अर्घ्य के बीच करीब करीब दो दिन का समय मिलने से इसमें कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
इसी बीच शनिवार को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, डीएम डा. त्यागराजन एसएम, नगर आयुक्त यशपाल मीणा व स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. विवेक कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ शिवा घाट, मीनार घाट, पाटीपुल, 93 नंबर व 83 नंबर गेट घाट से लेकर कृष्णा घाट तक का निरीक्षण किया।
इस क्रम में कलेक्ट्रेट घाट व महेंद्रू घाट तक जाने वाले संकरे रास्ते को देखते हुए इसे सिर्फ स्थानीय लोगों द्वारा ही प्रयोग करने की अनुमति देने को कहा गया। गांधी मैदान से आगे किसी भी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित है।
आम जनता को कलेक्ट्रेट एवं महेंद्रू घाट तक केवल पैदल ही जाना होगा। प्रशासन ने कहा कि इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जनहित और सुरक्षा के लिए आम लोगों से अनुरोध है कि वे इन घाटों की ओर जाने की योजना नहीं बनाएं।
बताते चलें कि अंटा घाट व कलेक्ट्रेट के रास्ते से महेंद्रू घाट तक पहुंच की व्यवस्था की गई है, लेकिन संकरा होने के कारण इसे केवल स्थानीय लोगों को ही प्रयोग करने को कहा गया है।
दीघा घाट व कृष्णा घाट जाने की अपील
आमजन के लिए सुरक्षित विकल्प के तौर पर पश्चिम की ओर दीघा घाट व पूरब की ओर कृष्णा घाट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। ये घाट बड़े और सुविधाजनक हैं, जहां श्रद्धालु सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से छठ महापर्व का आयोजन कर सकते हैं।
वहीं, पहले दिन नहाय-खाय पर डीएम के निर्देश पर प्रशासनिक तंत्र सतर्क रहा। सभी प्रमुख घाटों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी तैनात थे। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहीं। घाटों पर कंट्रोल रूम, वाच टावर व मेडिकल कैंप भी सक्रिय रहे।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा एडवाइज़री का पालन करें, बच्चों व महिलाओं का विशेष ध्यान रखें। किसी भी सूचना या आपात स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष 0612-2219810 या 2219234 या डायल 112 पर संपर्क करें।

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