Patna News: अस्पतालों में लेट-लतीफी नहीं अब चलेगी, गैर हाजिर डॉक्टरों का रोका जाएगा वेतन
पटना के अस्पतालों में अब लापरवाही नहीं चलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा है कि बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों का वेतन रोका जाएगा। इस कदम का उद्देश्य अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना और मरीजों को समय पर इलाज सुनिश्चित करना है।

चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी सिविल सर्जन को दी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। समाहरणालय पटना में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी डॉPay. त्यागराजन एसएम ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि लेट-लतीफी एवं लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप-केंद्रों तथा अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
जनता के अनुभव में सुधार जरूरी: डीएम
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सेवाओं के प्रति “पब्लिक परसेप्शन” को बेहतर बनाना अत्यंत आवश्यक है। मरीजों को समय पर उपचार, मानक के अनुरूप प्रतीक्षा समय, निःशुल्क दवा व जांच, अस्पतालों की साफ-सफाई और गुणवत्तापूर्ण भोजन किसी भी स्थिति में बाधित नहीं होनी चाहिए।
मुख्य मानकों पर सख्त निगरानी
डीएम ने ओपीडी, आइपीडी, एएनसी, संस्थागत प्रसव, और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य संकेतकों पर प्रखंडों के प्रदर्शन की समीक्षा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले संस्थानों के प्रभारी चिकित्सकों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
सी-सेक्शन उपलब्धि शून्य: बख्तियारपुर अस्पताल पर कार्रवाई
समीक्षा में पाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बख्तियारपुर में अप्रैल से अक्टूबर तक सी-सेक्शन डिलिवरी शून्य रही। इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण मांगा तथा दोनों का वेतन पहली सी-सेक्शन डिलिवरी होने तक अवरुद्ध रखने का निर्देश दिया।
अनुपस्थिति पर मोकामा व गर्दनीबाग के चिकित्सकों का वेतन बंद
समीक्षा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोकामा, रेफरल अस्पताल मोकामा, और गर्दनीबाग अस्पताल के कई चिकित्सा अधिकारी बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने इसे “गंभीर और आपत्तिजनक” बताते हुए सभी अनुपस्थित चिकित्सकों का वेतन अगले आदेश तक रोकने का आदेश दिया।
बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य
डीएम ने स्पष्ट किया कि वेतन केवल बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही मिलेगा। सभी उपाधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रतिदिन की बायोमेट्रिक उपस्थिति रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य समिति के व्हाट्सऐप ग्रुप में भेजनी होगी।
आयुष्मान कार्डधारकों, टीकाकरण और स्क्रीनिंग पर जोर
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्डधारकों के उपचार, नियमित टीकाकरण, प्रसवपूर्व देखभाल, ई-संजीवनी के माध्यम से टेली-परामर्श, वेक्टर बार्न रोग नियंत्रण जैसी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल दिया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जाएगा
डीएम ने भरोसा दिलाया कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। बैठक में सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूनिसेफ के प्रतिनिधि, सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक मौजूद रहे।

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