Patna News: जहर खाने से भाई-बहन की मौत मामले में केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों का अंतिम संस्कार पटना में कर दिया गया। रेल थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दोनों पटना ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। जंक्शन के पास जहर खाकर प्लेटफार्म एक की सीढ़ी के पास अचेत मिले भाई-बहन की मौत मामले में मंगलवार को पटना जंक्शन रेल थाने की पुलिस यूडी केस दर्ज कर छानबीन में जुट गई है। दोनों भाई-बहन दिनेश राय और गोल्डी गोपालगंज जिले के बनकटा के निवासी थे।
मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों का अंतिम संस्कार पटना में कर दिया गया। रेल थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दोनों पटना जंक्शन स्थित होटल गली के पास जहर खाते दिखाई दे रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में भी यही बातें सामने आई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। उनका विसरा प्रिजर्व किया गया है। दोनों ने ऐसा क्यों किया? इसके पीछे असली वजह क्या है? इसके बारे में पता किया जा रहा है।
दोनों रविवार की शाम पटना जंक्शन के प्लेटफार्म एक की सीढ़ी के पास अचेत मिले अचेत अवस्था में मिले थे। उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया। उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। मौत की सूचना मिलने पर उनके पिता अवधेश राय दो तीन पड़ोसियों के साथ सोमवार की दोपहर पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे।
उन्होंने बताया था कि दोनों बच्चे 20 साल से उनके संपर्क में नहीं थे। वह दिनेश और गोल्डी के साथ गोपालगंज के चैनपुर स्थित अपनी बहन के घर रहती थी। कुछ साल पहले अवधेश की पत्नी का निधन हो गया था। इसके बाद दोनों बच्चे मौसी के यहां रहने लगे थे। पुलिस उन लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है कि वह मोबाइल पर किनसे बात कर रहे थे।
तकलीफों का बोझ नहीं झेल सके
ग्रामीणों की मानें तो दोनों अपने मौसी के घर गोपालगंज में पले-बढ़े। दिनेश वहीं एक दुकान पर काम करता था, जबकि गोल्डी एक निजी विद्यालय में पढ़ती थी। जैसे-जैसे वे बड़े हुए, पिता अवधेश राय से पुश्तैनी जमीन और मकान में अपने हिस्से की मांग करने लगे।
बताया जा रहा है कि छह दिसंबर को दोनों अपने हक की जमीन को लेकर गांव लौटे थे। इसी दौरान परिवार में कहासुनी हुई। उन्हें कहीं से यह भी पता चला कि उनकी हिस्सेदारी वाली जमीन को किसी और के नाम पर दी गई।
कयास लगाया जा रहा है कि कथित रूप से घर से भगाए जाने के बाद दोनों बेहद आहत हो गए। बचपन से तकलीफों का बोझ झेल रहे भाई-बहन ने एक साथ जिंदगी से हार मान ली। फिलहाल इस बात ने दोनों के मन को भीतर तक तोड़ दिया या असली वजह कुछ और ही है? इस पहलू पर पुलिस की जांच जारी है।

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