पटना में जल्द बनकर तैयार होगी साइंस सिटी, परिसर में ऑडिटोरियम और हॉस्टल समेत होंगी कई सुविधाएं
पटना के राजेंद्र नगर में बन रहे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी की दीर्घाओं को सजाने का काम अंतिम चरण में है। भवन निर्माण विभाग के सचिव ने निरीक्षण कर कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साइंस सिटी में पांच दीर्घाओं का निर्माण हो रहा है जिनमें 26 प्रदर्श लगाए जाएंगे। परिसर में ऑडिटोरियम छात्रावास और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित मोइनुल हक स्टेडियम के पास करीब 20.5 एकड़ में बन रहे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी की दीर्घाओं को सजाने का काम अंतिम चरण में है। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने साइंस सिटी स्थल का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि साइंस सिटी का सिविल कार्य पूरा हो चुका है और दीर्घाओं में प्रदर्श लगाने का काम पूरा किया जा रहा है। उन्होंने एजेंसी को दोनों दीर्घाओं का शेष कार्य इसी माह पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने ऑडिटोरियम में बच्चों के लिए 3डी विज्ञान फिल्में दिखाने की व्यवस्था करने को भी कहा।
साइंस सिटी में कुल पांच दीर्घाओं का निर्माण किया जाना है, जिनमें बीए साइंटिस्ट गैलरी, बेसिक साइंस गैलरी, सस्टेनेबल प्लेनेट गैलरी, स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी गैलरी और बॉडी एंड माइंड गैलरी शामिल हैं। साइंस सिटी की पांचों दीर्घाओं का कुल क्षेत्रफल करीब 7725 वर्ग मीटर है और इनमें 26 थीम आधारित विज्ञान प्रदर्श लगाए जाएंगे।
प्रथम चरण में, बीए वैज्ञानिक गैलरी और बेसिक साइंस गैलरी में 47 प्रदर्शों को सजाने का कार्य राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) के क्रिएटिव म्यूजियम डिज़ाइनर्स (सीएमडी) के माध्यम से किया जा रहा है। प्रथम चरण के अंतर्गत, बीए वैज्ञानिक गैलरी में 12 और बेसिक साइंस गैलरी में 35 प्रदर्श लगाए जा रहे हैं। तीन अन्य दीर्घाओं में भी प्रदर्श लगाने का कार्य किया जाना है, जिसके लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया चल रही है।
साइंस सिटी में सेल्फी पॉइंट विकसित करने, डिजिटल पैनल और भित्ति चित्र लगाने का कार्य भी प्रगति पर है, ताकि प्रांगण सुंदर और आकर्षक दिख सके। साइंस सिटी परिसर में कैफेटेरिया, वाहन पार्किंग, पेयजल, शौचालय सहित अन्य आवश्यक कार्य पूरे किए जा रहे हैं।
साइंस सिटी परिसर में 500 सीटों की क्षमता वाले एक आधुनिक ऑडिटोरियम और 150 छात्रों व तीन शिक्षकों के लिए एक छात्रावास का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। इसके साथ ही, भूतल पर 4डी थिएटर, प्री-फंक्शनल हॉल, मल्टीपर्पज हॉल की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
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