School Time Change: बिहार में कोहरे संग ठंडी हवाओं ने बढ़ाई कनकनी, पटना में स्कूलों का समय बदला
बिहार में ठंड बढ़ने के कारण पटना के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते डीएम ने यह फैसला लिया है कि कोई भी स्कूल सुब ...और पढ़ें

ठंड में स्कूल ले जाते बच्चे
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में ठंड ने धीरे-धीरे दस्तक तेज कर दी है। उत्तर-पश्चिम से लगातार चल रही ठंडी हवाओं और गिरते न्यूनतम तापमान के कारण सुबह-शाम कनकनी बढ़ गई है। बीते 24 घंटे में पटना से लेकर गोपालगंज, बेतिया, बगहा सहित एक दर्जन से अधिक जिलों में घना कोहरा छाया रहा। सड़कें सफेद चादर-सी दिखीं और दृश्यता कम होने से लोगों को सुबह के समय आवागमन में भी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। कई जगह लोग अलाव तापते नजर आए, तो वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे चलना पड़ा।
पटना में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से लगभग 1.1 डिग्री कम है। वहीं बक्सर इस सीजन का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां तापमान 8.1°C तक पहुंच गया।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी शीतलहर की संभावना नहीं है, लेकिन न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट से ठंड धीरे-धीरे तेज होगी।
फिलहाल हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा बने रहने की संभावना है और दिन में धूप निकलने से मौसम सामान्य होता रहेगा।
बढ़ती ठंड का सीधा असर बच्चों के स्कूल समय पर भी पड़ा है। सुबह की पहली घंटी सुनने वाले बच्चे अब ठंडी हवा और कोहरे से थोड़ी राहत पाएंगे।
पटना में डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सभी स्कूलों के संचालन समय में बदलाव का आदेश जारी किया है। निर्देश के अनुसार, कोई भी स्कूल सुबह 8:30 बजे से पहले शुरू नहीं होगा।
यह आदेश आज से लागू हो गया है ताकि बच्चों को सुबह-सुबह तेज ठंड का सामना न करना पड़े।
राज्यभर के मौसम की बात करें तो न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जा रहा है। 10 दिसंबर की सुबह रिकॉर्ड किए गए तापमान में बक्सर सबसे ठंडा रहा, जबकि मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, भागलपुर (साबौर), मुंगेर और किशनगंज में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि फिलहाल मौसम विभाग ने किसी तरह की चेतावनी जारी नहीं की है और न ही बारिश की संभावना जताई है।
पटना में 13 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री के बीच रहने की उम्मीद है, जबकि अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री के आसपास रहेगा। सुबह का आगाज कोहरे के साथ हो रहा है, लेकिन धूप निकलते ही माहौल सामान्य हो जाता है।
रात में हालांकि सर्द हवाएं फिर ठिठुरन बढ़ा देती हैं। कुल मिलाकर, बढ़ती ठंड और बदलते मौसम के बीच स्कूल समय में बदलाव बच्चों और अभिभावकों को थोड़ी राहत दिलाने वाला कदम साबित होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।