Patna Sahib elections 2025: पहली बार वोट देने वाली लड़कियों ने उठाई आवाज, नेताओं से कर दी ये मांग
Bihar elections 2025: पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र में मतदान से पहले, छात्राओं ने शिक्षा, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्मार्ट शहर की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन, अपराध मुक्त वातावरण और स्कूलों में सुधार शामिल हैं। छात्राओं ने मलिन बस्तियों के विकास, पार्कों की कमी और अस्पतालों में सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दों पर भी ध्यान आकर्षित किया।

पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र में मतदान से पहले, छात्राओं ने शिक्षा, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर अपनी चिंता व्यक्त की।
अहमद रज़ा हाशमी, पटना सिटी। Bihar vidhan Sabha chunav 2025:पटना साहिब विधानसभा सीट पर मतदान में अब सिर्फ़ तीन दिन बचे हैं, ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं और गली-मोहल्लों में जाकर मतदाताओं से सीधे संवाद कर रहे हैं। इसी राजनीतिक हलचल के बीच, दैनिक जागरण ने इसी विधानसभा क्षेत्र के गायघाट स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय, गुलज़ारबाग की स्नातक छात्राओं से बातचीत की और उनकी मतदान संबंधी प्राथमिकताओं का जायज़ा लिया।
चुनावी सभा में, छात्राओं ने अपने क्षेत्र में शिक्षा, बुनियादी ढाँचे और सुरक्षा संबंधी अपनी चिंताओं को खुलकर व्यक्त किया। वे अपने शहर को हर लिहाज़ से स्मार्ट देखना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य हुए हैं, लेकिन कई कमियाँ अभी भी बाकी हैं। जन-जीवन को बेहतर बनाने के लिए इन कमियों को दूर करना ज़रूरी है। आइए जानें कि पहली बार वोट देने वाली इन युवा मतदाताओं का क्या कहना है:
ख़ुशी कुमारी ने कहा कि शहर तभी स्मार्ट बनेगा जब यहाँ की हर व्यवस्था स्मार्ट होगी। पटना साहिब में ट्रैफ़िक जाम मरीज़ों, परीक्षार्थियों, व्यापारियों, दिहाड़ी मज़दूरों और हर नागरिक के लिए एक समस्या बन गया है। इसका स्थायी समाधान ज़रूरी है। अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए और ट्रैफ़िक व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए। प्रियंका कुमारी ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था कमज़ोर है। लड़कियाँ जब बाहर जाती हैं, तो उनके परिवार वाले चिंतित रहते हैं। छेड़छाड़ की घटनाएँ होती हैं। अपराध मुक्त वातावरण बनाना होगा।
वीणा कुमारी ने बताया कि मरची गाँव के सरकारी स्कूल की हालत बहुत खराब है। कई स्कूलों में आज भी बच्चे बरामदे में ज़मीन पर बैठते हैं। शिक्षकों और संसाधनों की भारी कमी है। कविता चौधरी ने शहर की मलिन बस्तियों के विकास, आवास, पुनर्वास और सरकारी कार्यक्रमों के प्रावधान की माँग की। पटना साहिब को स्मार्ट बनाने के लिए सफ़ाई ज़रूरी है। नमामि गंगे परियोजना अपने उद्देश्य में विफल रही है, केवल गलियाँ और सड़कें बर्बाद हुई हैं।
स्नेहा कुमारी ने बताया कि पटना साहिब क्षेत्र में एक सरकारी पॉलिटेक्निक और एक आईटीआई स्थापित किया गया है। केंद्रीय विद्यालय की माँग पूरी नहीं हुई है। यहाँ के सभी कॉलेजों में सभी विषयों में स्नातकोत्तर की डिग्री होनी चाहिए। पूनम कुमारी ने बताया कि कई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और कॉलेज वर्षों से शिक्षकों के बिना हैं। छात्र बिना पढ़े ही परीक्षा दे रहे हैं। राधा कुमारी ने कहा कि बारिश होते ही पटना साहिब के कई इलाके जलमग्न हो जाते हैं। रेलवे लाइन के दक्षिण और जल्ला इलाके के गांवों के निवासी पलायन को मजबूर हैं।
साजन कुमारी ने बताया कि पटना साहिब इलाके के बीस वार्डों में से प्रत्येक में एक भी पार्क नहीं है। बच्चे लगातार अपने मोबाइल फोन में उलझे रहते हैं और बाहरी दुनिया से कटे रहते हैं। राजनंदिनी कुमारी ने बताया कि नालियों की भी ठीक से सफाई नहीं होती। कई मोहल्लों में दूषित पेयजल की आपूर्ति होती है। गंगा किनारे के घाटों की सफाई जरूरी है।
मुस्कान कुमारी ने कहा कि नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, श्री गुरु गोबिंद सिंह सदर अस्पताल, संक्रामक रोग अस्पताल और अन्य सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं और सेवाओं में सुधार किया जाना चाहिए। मरीजों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है। करिश्मा कुमारी ने अशोक राजपथ, सुदर्शन पथ और जेपी गंगा पथ पर किफायती किराए पर सुरक्षित यात्रा की सुविधा के लिए बस सेवा शुरू करने की मांग की। रानी कुमारी ने कहा कि शराब पर पूर्ण प्रतिबंध जरूरी है। छोटी पहाड़ी पर अंडरपास न होने के कारण, राष्ट्रीय राजमार्ग पार करते समय लोग अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं।

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