1089 से बढ़ा कर 25 सौ बेड का अस्पताल होगा पटना का एनएमसीएच, भेजा जाएगा प्रस्ताव
मरीजों के अत्यधिक दवाब को देखते हुए अस्पताल का पुनर्विकास कर बेड की संख्या 1089 से बढ़ाकर 25 सौ की जाएगी। एनएमसीएच रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की बैठक में शुक्रवार को प्रमंडलीय आयुक्त सह समिति के अध्यक्ष डा. चंद्रशेखर सिंह ने यह कहा। वे नवनिर्मित स्किल सेंटर सभागार में आयोजित बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे।

जागरण संवाददाता, पटना। नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल (एनएमसीएच) की ओपीडी में प्रतिदिन दो हजार तक मरीजों का इलाज होता है। एक वर्ष में 10 लाख से ज्यादा पैथोलाजी जांच की जा रही है। मरीजों के अत्यधिक दवाब को देखते हुए अस्पताल का पुनर्विकास कर बेड की संख्या 1089 से बढ़ाकर 25 सौ की जाएगी।
इसका प्रस्ताव विभाग को भेजा जाएगा। एनएमसीएच रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की बैठक में शुक्रवार को प्रमंडलीय आयुक्त सह समिति के अध्यक्ष डा. चंद्रशेखर सिंह ने यह कहा। वे आज एनएमसीएच के नवनिर्मित स्किल सेंटर सभागार में आयोजित बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विकसित बिहार एवं आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय में सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य सुविधा का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे प्रभावी, कुशल, संवेदनशील एवं जवाबदेह कार्य-प्रणाली से ही हासिल किया जा सकता है।
अपग्रेड होगा एनएमसीएच
आयुक्त ने कहा कि अन्य मेडिकल कालेज की तरह एनएमसीएच को भी अपग्रेड किया जाएगा। रोगियों के कल्याण के लिए संस्थान में आवश्यकतानुसार विकास कार्य कराने के लिए उनके स्तर से विभाग से लगातार समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने बीएमएसआइसीएल के उप महाप्रबंधक को निर्देश दिया कि लंबित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। आपातकालीन विभाग से मुख्य द्वार तक सड़क की स्थिति अच्छी नहीं है। तेजी से इसका निर्माण कराएं। उन्होंने सिंगल एंट्री प्वाइंट बनाने के लिए विधिवत कार्य करने का निर्देश दिया।
अस्पताल की जमीन कब्जाने वालों पर करें सख्त कार्रवाई
अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल परिसर में अवैध निर्माण किया जा रहा है। इससे संस्थान की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। मरीजों व स्वजनों को परेशानी हो रही है। आयुक्त ने पटना सिटी एसडीओ को कहा कि अवैध निर्माण तुरत रुकवाएं। अस्पताल की भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने अतिक्रमण चिह्नित कर उसे हटाने का निर्देश दिया। आभा आइडी कार्ड बनाने के लिए स्कैन शेयर बार कोड साफ्टवेयर खरीदारी के लिए अधीक्षक को जिम्मेदारी दी।
10 दिनों में पूरा करें डंंपिंग यार्ड का निर्माण
बैठक में अधीक्षक सह सदस्य सचिव ने एजेंडा प्रस्तुत किया। अस्पताल के प्रबंधन एवं संचालन पर विस्तृत विमर्श किया गया। मरीजों के हित में दवाओं एवं यंत्रों की उपलब्धता, ओपीडी तथा आइपीडी का संचालन, मेडिकल वेस्ट का निष्पादन, मरीजों के भोजन की गुणवत्ता, चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति, आउटसोर्सिंग, संस्थान में जलापूर्ति, नियमित एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति, शौचालय, स्वच्छता सहित विभिन्न बिंदुओं पर समिति के सदस्यों ने चर्चा की।
बीएमएसआइसीएल के उपमहाप्रबंधन को बायोमेडिकल वेस्ट के लिए 10 दिनों में डंपिंग यार्ड निर्माण पूरा करने को कहा। बायोमेडिकल वेस्ट एवं म्युनिसिपल वेस्ट के उठाव से पहले पृथक्करण एवं वैज्ञानिक तरीके से हास्पिटल वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम विकसित करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने अस्पताल की सुरक्षा-व्यवस्था सुदृृढ़ रखने, सीसीटीवी कैमरों से विभागों व वार्डों तथा परिसर की गतिविधियों की नियमित निगरानी रखने का निर्देश दिया। कहा कि स्वीकृत पदों के विरूद्ध रिक्त पदों पर पदस्थापन के लिए विभाग से पत्राचार करें। बैठक में प्राचार्य, क्षेत्रीय अपर निदेशक, रोगी कल्याण समिति के सदस्य तथा अन्य उपस्थित थे।
- एक जनवरी से 31 मई तक की रिपोर्ट:
- आउटडोर में मरीज- 2,47,500
- इंडोर में मरीज-17,969
- पैथोलोजी जांच- 3,32,094
- इमरजेंसी ओपीडी में मरीज-21,133
- एमआरआइ जांच- 2,313
- सीटी स्कैन- 5,783
- यूएसजी -32,514
- एक्स-रे -44,046
- मेजर आपरेशन-3,946
- माइनर आपरेशन-3,676

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