Updated: Sat, 07 Jun 2025 08:52 AM (IST)
कोरोना संक्रमण की रफ़्तार तेज़ हो गई है। एक दिन में 10 नए संक्रमित मिले हैं जिससे कुल संख्या 46 हो गई है। ज़्यादातर मरीज़ होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। संक्रमण बख्तियारपुर तक पहुँच गया है। लोग सर्दी-खाँसी को बदलते मौसम का असर मान रहे हैं जिससे कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन नहीं हो रहा है। निजी पैथोलॉजी लैब में भी अब आरटी-पीसीआर जाँच शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, पटना। कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होने लगी है। 23 मई को पहली बार दो मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को एक दिन में सर्वाधिक 10 नए संक्रमित मिले।
इसके साथ ही अबतक मिले संक्रमितों की संख्या 46 हो गई है। हालांकि, इनमें से किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई और अबतक 17 मरीज होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो चुके हैं। अब कोरोना का संक्रमण बख्तियारपुर जैसे प्रखंडों तक पहुंच गया है।
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सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि एनएमसीएच के एक इंटर्न डॉक्टर समेत चार, गोलपुरा व अनीसाबाद के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेदांता जयप्रभा की एक एएनएम के अलावा बख्तियारपुर के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
व हीं एनएमसीएच के माइक्रोबायोलाजी विभाग से मिली मेडिसिन ओपीडी में आए मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जो अभी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शामिल नहीं है। जिले में वर्तमान में 28 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाररत हैं।
निजी पैथोलॉजी ने भी शुरू की आरटी-पीसीआर जांच
ब ताते चलें कि एनएमसीएच, एम्स पटना, आईजीआईएमएस व पीएमसीएच जैसे सरकारी अस्पताल अपने यहां आने वाले आशंकित मरीजों की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा कई निजी पैथोलॉजी ने भी आरटी-पीसीआर जांच शुरू कर दी है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने का कारण आमजन द्वारा कोरोना अनुकूल व्यवहार यानी शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं करना, मास्क व हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग नहीं करना माना जा रहा है। अस्पतालों तक में मरीज अभी इसे लेकर सचेत नहीं है।
राजधानी में बड़ी संख्या में लाेग सर्दी-खांसी, सिर-बदन दर्द व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं लेकिन वे इसका कारण नित बदलते मौसम को मान कर उपचार करा रहे हैं।
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