Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gopal Khemka Murder: गोपाल खेमका को थाने से 300 मीटर दूर मारी गई गोली, तेजस्वी बोले- इसे जंगलराज नहीं कह सकते?

    By Digital Desk Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Sat, 05 Jul 2025 12:35 PM (IST)

    पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के बाद बिहार पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि एसपी सिटी सेंट्रल इस टीम का नेतृत्व करेंगे। इस घटना के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्य ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

    Hero Image
    पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार पुलिस ने व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड पर एसआईटी का गठन किया है। डीजीपी विनय कुमार के अनुसार, एसपी सिटी सेंट्रल इस एसआईटी का नेतृत्व करेंगे। बता दें कि राजधानी के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की शुक्रवार रात 11:45 बजे सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस घटना के बाद विपक्ष राज्य की कानून व्यवस्था और सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि सरकार सिस्टम को फेल कर चुकी है।

    'थाने से चंद कदम दूर पर कारोबारी की हत्या'

    उन्होंने पोस्ट कर लिखा,"थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या!हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है लेकिन जंगलराज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया प्रबंधन, परसेप्शन मैनेजमेंट और छवि प्रबंधन कहते है।"

    वहीं, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राज्य की शासन व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, नीतीश नीत राक्षसराज में बिहार में कानून - व्यवस्था की अंत्येष्टि हो चुकी है ..राजधानी पटना के साथ - साथ पूरे सूबे में बेलगाम अपराध का आलम तो कुछ ऐसा है कि अगर किसी दिन ये सुनने को मिले कि बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े मुख्यमंत्री आवास में घुस कर किसी वारदात को अंजाम दे दिया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा..!!"

    उन्होंने आगे लिखा, "वर्त्तमान बिहार की कड़वी व् दुःखद सच्चाई तो यही है कि "नक्कारेपन की पराकाष्ठा पार कर चुकी नीतीश कुमार जी की सरपरस्ती वाली नक्कारी सरकार के शासन में पूरा पुलिस - प्रशासनिक महकमा नक्कारों की टोली बना बैठा है, आपराधिक घटनाओं के पश्चात महज खानापूर्ति के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना और जाँच , अनुसंधान की खानापूर्ति करने से ज्यादा कुछ भी करने लायक नहीं रह गयी है बिहार की पुलिस" ..

    मुख्यमंत्री - उप - मुख्यमंत्री कानून - व्यवस्था पर समीक्षा बैठकों की औपचारिकता पूरी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं और पुलिस महकमे के मुखिया व् जिलों के वरीय पुलिस पदाधिकारीगण घिसी - पिटी , रटी -"

    उल्लेखनीय है कि राजधानी के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की शुक्रवार रात 11:45 बजे सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास हुई। उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

    गोपाल खेमका गांधी मैदान राम गुलाम चौक स्थित अपने घर के पास कार से उतर रहे थे। तभी बाइक सवार अपराधियों ने उनके सिर में नजदीक से गोली मार दी। वे रामगुलाम चौक के पास कतरका निवास की चौथी मंजिल पर रहते थे। उनका पेट्रोल पंप से लेकर फैक्ट्री और अस्पताल तक का कारोबार है।