पटना सिटी में देवी बहनों का मिलन देखकर डबडबा गईं लोगों की आंखें, आप भी देखें श्रद्धा की ये तस्वीरें
पटना सिटी में देवी बहनों का खोइंछा मिलन देख भक्तों की डबडबाई आंखें मां के अंतिम दर्शन व चरण स्पर्श को उमड़े भगवती भक्त फूलों की वर्षा के बीच आस्था की सरिता में गोते लगा रह थे भक्त जय माता दी के जयकारे से गूंजा अशोक राजपथ
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। INPICS Murti Visarjan in Patna: विजयादशमी यानी शुक्रवार का दिन पूरे पटना में मूर्ति विसर्जन की धूम रही। पटना सिटी अनुमंडल कार्यालय के समीप शेख बूचर का चौराहा में रात लगभग 11 बजे मारूफगंज की बड़ी देवी जी (बड़ी बहन) और महाराजगंज की छोटी देवी जी (छोटी बहन) का खोइंछा मिलन हुआ तो दर्शन को उमड़े भक्तों की आंखें डबडबा गई। जय माता दी के जयकारे से फिजा भक्तिमय हो गया। फूलों की वर्षा के बीच आस्था की सरिता में गोते लगा रहे भक्त मां के अंतिम दर्शन कर उनके चरण स्पर्श को बेताब दिखे। इस रस्म के दौरान अशोक राजपथ पर तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी।
मां की एक झलक पाने को बेताब दिखे लोग
अशोक राजपथ के दोनों ओर शहरी व ग्रामीण बड़ी देवी जी की एक झलक पाने को बेताब थे। रात लगभग 7:30 बजे मारूफगंज से बड़ी देवी की प्रतिमा निकली। उनके पीछे दलहट्टा देवी की प्रतिमा थी। मारूफगंज से भद्रघाट तक अशोक राजपथ पर लगभग चार किलोमीटर तक सड़क के दोनों ओर खड़े भक्त हाथों में फूल लिए देवी बहनों का इंतजार कर रहे थे। मिलन स्थल पर शाम से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा थे। देर रात लगभग 11 बजे जैसे ही मारूफगंज की बड़ी देवी जी (बड़ी बहन) तथा महाराजगंज की छोटी देवी जी (छोटी बहन) पहुंची, तो मां के जयकारे से माहौल गूंज उठा।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बदला गया खोइंछा
पौराणिक परंपरा के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच खोइंछा की अदला-बदली हुई। यह भावपूर्ण दृश्य देख महिला व पुरुष श्रद्धालुओं की आंखें डबडबा गईं। बड़ी बहन (मारूफगंज) के पुजारी अंजन साहा व अभिनव साहा तथा महाराजगंज देवी जी (छोटी बहन) के पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच खोइंछा की अदला-बदली कराई। इसके पूर्व बड़ी देवी मिलन समारोह समिति के मुख्य पुजारी मनोज भट्ट ने भगवती की आरती उतारी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता जगत किशोर प्रसाद ने किया। दोनों बहनों की विशिष्ट जनों ने विधि-विधान से मां दुर्गे की आरती किया। समारोह के दौरान अधिवक्ता प्रदीप कुमार, राकेश कुमार सिन्हा, शिशिर कुमार, संजीव कुमार उर्फ लड्डू चंद्रवंशी, रितेश राज, दीपक, कारू समेत अन्य विशिष्ट ने भी आरती उतारी।
खोइंछा मिलन के बाद वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार शंखनाद के बीच यहां से बड़ी देवी मारूफगंज आगे-आगे तथा महाराजगंज बड़ी देवी की प्रतिमा पीछे-पीछे विसर्जन स्थल भद्रघाट के लिए निकली। उनके पीछे दलहट्टा, नंदगोला, खाजेकलां देवी प्रतिमा के पीछे हजारों की संख्या में देवी भक्त चल रहे थे। भद्रघाट मोड़ पर देवी बहनों का स्वागत किया गया। भद्रघाट पर परंपरागत तरीके से मूर्तियों का विसर्जन किया गया। मारूफगंज प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों में अध्यक्ष संत कुमार गोलवारा, उपाध्यक्ष डा राजेश कुमार, सचिव अतानु साहा, प्रधान सचिव भगवान दास यादव, महाराजगंज बड़ी देवी प्रबंधक समिति के अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता व पूर्व पार्षद विनोद कुमार समेत अन्य थे।