पटना मेट्रो रेल के काम में आएगी गति, बनाए जाएंगे 24 स्टेशन; 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक होंगे खर्च
Patna Metro Rail Project पटना मेट्रो रेल का काम जल्द ही और गति पकड़ेगा। मेट्रो डिपो की भूमि की समस्या दूर होने लगी है। इसके साथ ही एडीबी और जापान से योजना के लिए राशि मिलने का रास्ता साफ हो गया है।

पटना, राज्य ब्यूरो। Patna Metro Rail Project: पटना मेट्रो रेल का काम जल्द ही और गति पकड़ेगा। मेट्रो डिपो की भूमि की समस्या दूर होने के बाद अब आर्थिक मोर्चे पर भी मेट्रो के पास प्रस्ताव आ रहे हैं। जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी (जायका) के बाद अब एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने भी पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई है। सूत्रों के अनुसार, एडीबी के अधिकारियों ने इस बाबत पटना मेट्रो के वरीय पदाधिकारियों से मुलाकात भी की है। जायका के साथ मेट्रो निर्माण के ऋण के लिए पहले ही करार हो चुका है, मगर अभी राशि जारी नहीं हुई है। एडीबी के साथ भी अगर बात बनती है, तो मेट्रो के संभावित विस्तार की योजना बन सकती है।
अभी पांच एलिवेटेड स्टेशनों का चल रहा काम
पटना मेट्रो का काम अभी मुख्य रूप से प्राथमिकता वाले कारिडोर में ही चल रहा है। यह कंकड़बाग के मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र आइएसबीटी तक 6.6 किलोमीटर का एलिवेटेड रूट है। इस रूट में मेट्रो के पांच स्टेशन मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और आइएसबीटी होंगे। अभी पिलर ढलाई का काम चल रहा है। करीब सौ से अधिक पिलर आकार भी लेने लगे हैं। इस रूट पर दिसंबर 2022 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद विद्युतीकरण समेत अन्य काम किए जाएंगे।
जल्द शुरू होगा भूमिगत स्टेशनों का काम
पटना मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों का काम भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए सबसे बड़ी बाधा एसेट यानी संपत्ति की थी। सूत्रों के अनुसार, जायका से कर्ज के लिए पटना मेट्रो के पास न्यूनतम एक हजार करोड़ की संपत्ति होनी जरूरी थी। मेट्रो डिपो के लिए 76 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बाद एक हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति मेट्रो के पास हो जाएगी। जायका से राशि मिलने के बाद भूमिगत स्टेशनों के लिए खोदाई आदि का काम भी शुरू होगा।
- 32.49 किलोमीटर लंबाई होगी मेट्रो के दोनों कोरिडोर की
- 17.93 किमी लंबा है दानापुर-मीठापुर तक ईस्ट-वेस्ट कारिडोर
- 14.56 किमी लंबा है पटना स्टेशन-आइएसबीटी तक नार्थ-साउथ कारिडोर
- 24 स्टेशन हैं दोनों कारिडोर में, पटना स्टेशन व खेमनीचक इंटरचेंज स्टेशन
- 13,365 करोड़ की अनुमानित लागत है पटना मेट्रो की
- 20-20 फीसद हिस्सेदारी होगी केंद्र व राज्य सरकार की
- 60 फीसद राशि वित्तीय संस्थाओं से लिया जाएगा ऋण
- 13 फरवरी, 2019 को केंद्र सरकार ने दी पटना मेट्रो की स्वीकृति
- 25 सितंबर, 2019 को दिल्ली मेट्रो रेल निगम के साथ एकरारनामा
- 22 सितंबर 2020 को मुख्यमंत्री ने मेट्रो परियोजना का किया कार्यारंभ
पटना मेट्रो का लोगो भी होगा जारी
पटना मेट्रो का लोगो भी जल्द जारी किया जाएगा। जुलाई से ही इसकी प्रक्रिया चल रही है। अधिकारियों के अनुसार, त्योहारों की छुट्टी के कारण यह काम प्रभावित हुआ है, मगर अब जल्द ही लोगो का चयन कर लिया जाएगा। मेट्रो लोगो के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, दिल्ली, मुंबई समेत देश भर से करीब 75 सौ डिजाइन मिली हैं, जिनकी स्क्रीनिंग का काम अंतिम चरण में है।
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