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    Patna news : पटना मेयर का बेटा गिरफ्तारी के डर से बिहार के बाहर फरार, छापेमारी जारी

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 02:24 PM (IST)

    । शिशिर के खिलाफ पिछले दो साल में पटना के अलग अलग थाने आर्म्स एक्ट धमकाने हत्या के प्रयास के लगभग 4 मामले दर्ज हैं। पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि उनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं। मेयर सीता साहू से भी पूछताछ होगी।

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    पुलिस फाइल लेकर कर रही है छापेमारी, सांकेतिक तस्वीर

     संवाददाता, पटना। पटना मेयर के बेटे शिशिर पर गांधी मैदान थाने में केस दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। शिशिर के खिलाफ पिछले दो साल में पटना के अलग अलग थाने आर्म्स एक्ट, धमकाने, हत्या के प्रयास के लगभग 4 मामले दर्ज हैं। पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि उनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं। पुलिस पूछताछ के लिए गई थी।इस मामले में मेयर सीता साहू से भी पूछताछ होगी।

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    फिलहाल शिशिर बाहर भाग गया है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम गठित की गई है। SSP कार्तिकेय शर्मा बताया कि उसके पास जो लाइसेंसी हथियार हैं, जल्द ही उसके लाइसेंस को रद्द कराया जाएगा।

    हत्या के प्रयास, धमकी देने और आर्म्स एक्ट के मामले पर बेल पर है। बेल को कैंसिल कराने की भी प्रक्रिया इस कार्रवाई के बाद अपनाई जाएगी। शिशिर भाजयुमो से जुड़े हुए हैं। 

    गर निगम की बैठक में पार्षदों के साथ मेयर पुत्र शिशिर का विवाद हुआ था। इसके बाद नगर निगम आयुक्त अनिमेष पराशर ने कहा था कि बंदूक और बाउंसर लेकर निगम के साधारण बैठक में पहुंचे थे। इसके सहारे गुंडागर्दी करना चाहते थे। पटना के बाहर के अपराधी आर्म्स के साथ बुलाए गए थे। इसका सत्यापन करा रहे हैं।

    आयुक्त ने शिशिर कुमार पर निषेधाज्ञा के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। जिलाधिकारी को बताया गया है कि पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति और बोर्ड की बैठक के साथ ही निगम के कार्यक्रमों और कार्यालय में वे हथियार और दल बल के साथ मौजूद होते है। इसके खिलाफ चार आपराधिक मामले दर्ज है। 

    वहीं उप नगर नगर आयुक्त रामाशीष शरण तिवारी ने शिशिर कुमार के खिलाफ कोतवाली थाना कांड सं0-207/25 में को गाली गलौज और मारपीट करने से संबंधित मुकदमा दर्ज है। शिशिर के खिलाफ महिलाओं से अभद्रता, नौकरी से हटाने की धमकी देने, महिला पार्षद से छेड़खानी करने और भू माफिया होने जैसे कई गंभीर आरोप लग चुके हैं।

    शिशिर कुमार ने पहले भी नगर निगम के कार्यों में हस्तक्षेप, पदाधिकारियों और कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव बनाया है। उनके बाउंसर द्वारा नियमानुसार आर्म्स को ढक कर नहीं रखा जाता है। हथियार का खुला प्रदर्शन किया जाता है, जिससे कार्यालय कर्मियों में डर का माहौल बना रहता है।