Updated: Sun, 17 Aug 2025 11:54 PM (IST)
पटना के फुलवारीशरीफ में एक जीजा ने बैंक लोन चुकाने के लिए अपने 12 वर्षीय साले का अपहरण कर लिया और 15 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छह घंटे के भीतर बच्चे को छुड़ा लिया और अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने लोन चुकाने के दबाव में अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित परिवार को सौंप दिया।
जागरण संवाददाता, पटना। बैंक का लोन चुकाने के लिए अपने 12 वर्षीय नाबालिग साले का अपहरण कर लिया और स्वजनों से 15 लाख की फिरौती मांगी। घटना फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के शिव मंदिर रोड के पास की है।
बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज छह घंटे में बच्चे को अपहरणकर्ता के चंगुल से सकुशल मुक्त करा लिया। आरोपित जीजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में जिस कार इस्तेमाल किया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है।
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अपहरण के दौरान बच्चे के साथ मारपीट भी की गई थी। पुलिस बच्चे को उपचार के लिए भेज दी है। शनिवार को फुलवारीशरीफ थाना पुलिस को पूर्णेन्दु नगर के शिव मंदिर रोड के पास से 12 वर्षीय नाबालिग के अपहरण की सूचना प्राप्त हुई।
सूचना मिलते ही एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह ने एक एसआईटी का गठन किया। तकनीकी साक्ष्यों और त्वरित कार्रवाई के आधार पर बच्चे को बरामद करने में सफलता हासिल की। साथ ही अपहरण के आरोपी रमेश रंजन को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
रमेश रंजन जगदेव पथ के पास एक शृंगार की दुकान चलाता है। पूछताछ के दौरान रमेश ने बताया कि उसने अपनी दुकान के लिए एक बैंक से 15 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसमें से 12 लाख रुपये अभी भी बकाया है।
लोन चुकाने के दबाव में उसने नाबालिग साले का अपहरण करने की साजिश रची। उसने बच्चे को मोबाइल पर फोन कर नानी के घर घूमने का बहाना बनाया और उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर ले गया। बच्चे को नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश करने की कोशिश की।
कुछ घंटे तक वह उसे नेहरू पथ पर घुमाते रहा। पुलिस ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर रमेश को बच्चे सहित बरामद किया गया। बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है और उसे परिवार को सौंप दिया गया है।
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