पटना में वारदात का था प्लान, महाकाल गैंग के सरगना समेत 10 को पुलिस ने दबोचा
पटना पुलिस ने महाकाल गैंग के सरगना समेत दस अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी शहर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने इनके पास से हथियार, स्कार्पियो आदि बरामद किए हैं।

गिरफ्तार अपराधियों के साथ पुलिस टीम। जागरण
संवाद सूत्र, धनरुआ (पटना)। वारदात को अंजाम देने के लिए जुटे 10 अपराधियों को पटना पुलिस ने दबोच लिया है। उनके पास से दो कट्टा व दस जिंदा कारतूस के अलावा एक स्कार्पियो और छह मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार अपराधियों में महाकाल गैंग का सरगना अजय कुमार उर्फ मतलब भी शामिल है। अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सिटी एसपी परिचय कुमार ने बताया कि इसका काम सुपारी लेकर हत्या करना,जमीन पर कब्जा करना व लूट व डकैती करना रहा है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि रसलपुर छिलका पर कई अपराधी किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद पुलिस एक्शन में आई। थानेदार आलोक कुमार ने एक टीम गठित की। इसमें नदवां ओपी प्रभारी अंकित कुमार, बहरामपुर ओपी के राहुल कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया। पुलिस ने संबंधित जगह पर धावा बोला। पुलिस को देखते ही अपराधी भागने लगे। उन्हें घेरकर पकड़ा गया। उनके पास से हथियार व अन्य सामान बरामद किए गए।
महाकाल गैंग के सरगना अजय कुमार उर्फ मतलब पर पुनपुन के केवड़ा थाने में ऑनर किलिंग का मामला दर्ज है। उसपर धनरुआ में भी तीन मामले हैं। अजय उर्फ मतलब व गुडडू कुमार छितरौली गांव के हैं। गिरफ्तार साहिल व गुड्डू पर भी धनरुआ थाने एफआइआर है। साहिल कुमार लछु बिगहा, अरुण कुमार छोटकी धमौल, नीतीश कुमार उर्फ मकईया सिग्रामपुर, दीपक, राहुल, सुखलाल बिंद, हरि व अमित कुमार सभी रसलपुर गांव का है।
हथियार की डील से पहले पुलिस ने दो भाइयों को दबोचा
नौबतपुर। थाना क्षेत्र के छोटी टैगरैला गांव में सगे भाइयों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक पिस्टल, एक मैगजीन, नौ जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किए गए हैं। थाना प्रभारी संजीत कुमार के नेतृत्व में यह छापेमारी की कारवाई की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में अवैध हथियार की डील होने वाली है, जिसके बाद तत्परता दिखाते हुए यह कार्रवाई की। गिरफ्तार आरोपितों में रविदेव कुमार (23 वर्ष) और आयुष उर्फ रामू (21 वर्ष) हैं। ये छोटी टैगरैला गांव के निवासी हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों भाई अवैध हथियार बेचने के कारोबार में सक्रिय थे। उन्होंने जानकारी दी कि बरामद पिस्टल की डील 35,000 रुपए में तय की गई थी और उसी की आपूर्ति की तैयारी चल रही थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।