Bihar Crime: गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद बेउर जेल में छापामारी, तीन कक्षपाल निलंबित
पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के बाद बेउर जेल में छापेमारी की गई जिसके चलते तीन कक्षपाल निलंबित हो गए। एसआइटी जमीन विवाद और निजी दुश्मनी के पहलुओं पर जांच कर रही है। शूटर की तलाश में छापेमारी जारी है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन की भी हत्या हुई थी जिसका मामला अभी तक अनसुलझा है।

जागरण संवाददाता, पटना। चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या के बाद रेंज आइजी व कमिश्नर द्वारा बेउर जेल में छापेमारी कर वहां प्रतिबंधित सामान बरामद किए जाने के बाद रविवार को तीन कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया। तीन अन्य जेल पदाधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
उधर, हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी एसआइटी जमीन व निजी रंजिश के साथ ही इससे जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है। फतुहा में भी कुछ लोगों से पूछताछ की गई है। शूटर व लाइनर की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की चार टीम पटना से हाजीपुर तक छापेमारी कर रही है।
एसआइटी की एक टीम आरा भी पहुंच गई है। फिलहाल घटना के 36 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ है। जमीन विवाद व निजी रंजिश के बिंदु पर जांच कर रही एसआइटी फतुहा व हाजीपुर की विवादित जमीन से जुड़ी जानकारी जुटा रही है।
शूटर को किसी ने रेकी के लिए पनाह दी थी
पुलिस की जांच व जिस तरह से सटीक गोली चलाई गई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि आरोपित शार्प शूटर है। हो सकता है कि उसने रेकी के लिए आस-पास कहीं शरण ली हो या फिर किसी और ने लाइनर की भूमिका निभाते हुए गोपाल खेमका के क्लब से उसके आवास तक आने-जाने की जानकारी दी हो। क्लब और उसके आवास के बीच की दूरी कम है।
रेकी के बाद शूटर ने अपने आवास के गेट के पास पार्किंग की जगह चुनी। गोपाल खेमका की गाड़ी वहां कुछ देर के लिए रुकती। क्योंकि आवास का गेट बंद था और गार्ड को भी आने में समय लगता। कयास लगाए जा रहे हैं कि जगह चुनने के साथ ही शूटर ने उस रूट की भी रेकी की थी, जिससे वह वारदात को अंजाम देकर भागने वाला था। आशंका है कि उसे शरण देने वाले ने ही उसे हथियार भी मुहैया कराए होंगे।
पुलिस घटनास्थल और बांकीपुर क्लब के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। साथ ही एक सप्ताह पहले की फुटेज भी देखी जा रही है, जिसमें स्कूटर सवार शूटर का हुलिया देखा जा सकता है। घटनास्थल से डंप डाटा भी निकाला जा रहा है, क्योंकि शूटर पहले से ही पार्किंग में स्कूटर पर बैठा हुआ था।
गुंजन खेमका हत्याकांड में कई राज दफन
दिसंबर 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी। शुरुआती जांच में पुलिस ने बताया था कि हत्या जमीन विवाद के चलते हुई थी। इस मामले में मस्तू, चीकू समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
इनमें से दो को कॉन्ट्रैक्ट किलर बताया गया था, लेकिन इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिर इस सब के पीछे मास्टरमाइंड कौन था? समय के साथ मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बीच चारों आरोपियों को जमानत भी मिल गई।
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