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    डीएम ने छठ घाटों का किया पैदल निरीक्षण, तैयारी को लेकर दिए निर्देश

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 06:00 AM (IST)

    पटना के जिलाधिकारी ने छठ महापर्व की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दीघा पाटीपुल घाट से कलेक्ट्रेट घाट तक पैदल निरीक्षण किया। उन्होंने घाटों की सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को घाटों पर उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि छठ पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।

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    डीएम ने छठ घाटों का किया पैदल निरीक्षण

    जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। गुरुवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने नगर आयुक्त यशपाल मीणा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दीघा पाटीपुल घाट से लेकर कलेक्ट्रेट घाट तक सभी प्रमुख छठ घाटों का पैदल निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया। 

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    निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने घाटों की भौगोलिक स्थिति, कटाव, दलदल, ढाल और जलस्तर में परिवर्तन की प्रवृत्ति का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना-रहित और सुविधा-युक्त छठ महापर्व का आयोजन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए पूरा प्रशासनिक तंत्र सजग एवं तत्पर है।

    नौ किलोमीटर की दूरी तक के घाटों का निरीक्षण 

    सुबह 7:30 बजे दीघा पाटीपुल घाट से शुरू हुआ निरीक्षण लगभग तीन घंटे तक चला, जिसमें करीब नौ किलोमीटर की दूरी तक के घाटों का निरीक्षण किया गया। 

    इस दौरान मीनार घाट, जेपी सेतु पश्चिमी घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नंबर 93, गेट नंबर 88, गेट नंबर 83 (सेंट माइकल स्कूल के समीप), बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बांस घाट, बुद्धा घाट और कलेक्ट्रेट घाट की तैयारियों का जायजा लिया गया। 

    जिलाधिकारी ने एप्रोच रोड की स्थिति देखी और निर्देश दिया कि जहां-जहां गड्ढे हैं उन्हें तुरंत भरा जाए, अंडरपास से पानी हटाया जाए और यातायात मार्ग पूरी तरह अवरोध-मुक्त रखा जाए।

    घाटों की सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष जोर

    डीएम ने बताया कि दानापुर से पटना सिटी तक 109 प्रमुख घाटों को 21 सेक्टर में बांटा गया है, जिनकी निगरानी के लिए सेक्टर पदाधिकारी और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। 

    उन्होंने कहा कि नदी के जलस्तर में आगामी दिनों में लगभग 40 सेंटीमीटर (1.25 फीट) की कमी आने की संभावना है, ऐसे में घाटों की तैयारी इसी के अनुरूप की जा रही है। उन्होंने भवन निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के बीच समन्वय बनाकर नदी में सुरक्षित दूरी पर सुदृढ़ बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया। 

    इसके साथ ही, खतरनाक घाटों की पहचान कर उन्हें लाल कपड़े से घेरने, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती तथा पर्याप्त संख्या में नाव, नाविक और गोताखोर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए।

    सभी घाटों पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी

    डीएम ने कहा कि छठव्रतियों और श्रद्धालुओं के लिए सभी घाटों पर पुरुष और महिला के लिए अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, शेड, और निकट पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि-विस्तारक यंत्र और सीसीटीवी कैमरों से भीड़ की निगरानी की जाएगी।

    प्रकाश और विद्युत व्यवस्था की समीक्षा

    डीएम ने विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि घाटों और संपर्क मार्गों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी स्ट्रीट लाइटों को कार्यशील रखा जाए तथा विद्युत तारों को व्यवस्थित किया जाए। घाटों पर विद्युत कर्मियों और तकनीशियनों की टीम चौबीसों घंटे मौजूद रहेगी। 

    उन्होंने कहा कि भीड़-प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था और यातायात नियंत्रण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी विभाग आपसी समन्वय से यह सुनिश्चित करें कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। 

    इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर, अपर नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन), अधीक्षण अभियंता (जल संसाधन विभाग) सहित सभी संबंधित सेक्टर पदाधिकारी निरीक्षण में मौजूद थे। 

    जिलाधिकारी ने कहा कि पटना प्रशासन का लक्ष्य है कि छठ महापर्व पूरी तरह सुरक्षित, स्वच्छ और सुचारू रूप से संपन्न हो, ताकि श्रद्धालु श्रद्धा के साथ व्रत कर सकें और घाटों पर किसी प्रकार की असुविधा न हो।