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    गरीबों को बेबसी का अहसास कराता डेंटल कालेज

    बुधवार को आरसीटी (रूट कैनाल ट्रीटमेंट) कराने आए मधेपुरा के अजीत कुमार पुनपुन शीला कुमार और फुलवारीशरीफ की निधि कुमारी को सामान्य एक्स-रे कराने के लिए कर्मचारी बाहर भेजते दिखे। कारण बताया गया कि दो दिन एक्स-रे प्लेट खत्म है। वहीं मरीजों ने बताया कि यदि वे बाहर से पानी नहीं लाएं तो बाथरूम के पानी से उन्हें कुल्ला कराया जाता है। परिसर में बाथरूम तक की व्यवस्था नहीं है बाहर से करके आने को कहा जाता है।

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 02 Jun 2022 01:42 AM (IST)
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    गरीबों को बेबसी का अहसास कराता डेंटल कालेज

    पटना। पीडीसी (पटना डेंटल कालेज), प्रदेश का इकलौता सरकारी डेंटल कालेज ही नहीं है। यह प्रदेश भर के गरीब लोगों के लिए अति रियायती दर में दांतों का इलाज कराने का केंद्र भी है। यहां 200 में आरसीटी और 15 सौ में पूरी बत्तीसी लग जाती है। बाजार से इंप्लांट खरीदने पर जबड़े की जटिल सर्जरी भी की जाती है। हर दिन यहां डेढ़ सौ से अधिक मरीज उपचार कराने आते हैं। बावजूद इसके छोटी-छोटी कमियों के कारण यहां की व्यवस्था चौपट है। बुधवार को आरसीटी (रूट कैनाल ट्रीटमेंट) कराने आए मधेपुरा के अजीत कुमार, पुनपुन शीला कुमार और फुलवारीशरीफ की निधि कुमारी को सामान्य एक्स-रे कराने के लिए कर्मचारी बाहर भेजते दिखे। कारण बताया गया कि दो दिन एक्स-रे प्लेट खत्म है। वहीं, मरीजों ने बताया कि यदि वे बाहर से पानी नहीं लाएं तो बाथरूम के पानी से उन्हें कुल्ला कराया जाता है। परिसर में बाथरूम तक की व्यवस्था नहीं है, बाहर से करके आने को कहा जाता है।

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    ओपीजी और सिप्रोस्टैट जैसे

    जरूरी उपकरण भी नहीं

    मरीजों की समस्याओं पर डाक्टरों और कर्मचारियों ने बताया कि वर्षों से दांत की जांच के लिए ओपीजी (आर्थोपैंटोमोग्राफी जो सिर के साथ घूम कर दांतों की फोटो निकालता है) मशीन की डिमांड भेजी गई थी, पर आज तक आपूर्ति नहीं हुई। इसके बिना वे जिस सामान्य डेंटल एक्स-रे मशीन से जांच कर इलाज कर रहे हैं, वह इतनी पुरानी हो चुकी है कि मरीजों को भारी रेडिएशन का झेलना पड़ रहा है। डाक्टरों के लिए बाथरूम और पानी नहीं है तो मरीजों को कहां से उपलब्ध कराया जाए। आरसीटी के समय यदि मरीज अपना पानी लेकर नहीं आते हैं तो जो पानी उपलब्ध है, उसी से उन्हें कुल्ला कराया जाता है।

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    बीएमएसआइसीएल

    का काम मरम्मत कराना

    प्राचार्य डा. रानी कुमारी गुप्ता के अनुसार, विभाग ने मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी बीएमएसआइसीएल को सौंपी है। कालेज से कई बार दरवाजे, बाथरूम, ड्रेनेज सिस्टम की वजह से सीलन, पेयजल सुविधा दुरुस्त करने के लिए पत्र भेजे गए हैं। इसी प्रकार ओपीडी मशीन और पुरानी एक्स-रे मशीन के बारे में पत्र लिखा गया है। एक्स-रे फिल्म एक दिन पूर्व ही खत्म हुई है। एक्स-रे तकनीशियन अवकाश पर हैं। गुरुवार तक मंगवा ली जाएगी। मिक्सर व डेवलपर मंगवा लिया गया है। इलाज कराने आए मरीजों को तकलीफ नहीं हो इसकी यथासंभव कोशिश की जाती है।