Patna News: दियारा में 350 टीचरों पर 100 लाइफ जैकेट, उफनती गंगा में नाव से पहुंच रहे स्कूल
गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र के लगभग 350 शिक्षकों का नाव से आना-जाना मुश्किल हो गया है। पीपा पुल बंद होने से नाव ही एकमात्र सहारा है। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं जिससे शिक्षकों में डर का माहौल है। केवल 100 पुरानी लाइफ जैकेट ही उपलब्ध हैं। अधिकारियों ने गोताखोरों की व्यवस्था के लिए रिपोर्ट दी है।

संवाद सहयोगी, दानापुर। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण दियारा क्षेत्र में आने-जाने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
इस उफनती लहरों के बीच, दियारा के विद्यालयों में कार्यरत लगभग 350 शिक्षक नौका के माध्यम से आने-जाने को विवश हैं।
पूर्व में हुई घटनाओं के कारण शिक्षक भयभीत हैं और किसी तरह नाव के सहारे यात्रा कर रहे हैं। जलस्तर बढ़ने के बाद, पीपापुल बंद होते ही उनका एकमात्र सहारा नाव बन गया है।
सरकारी स्तर पर नौका की व्यवस्था न होने से उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नासरीगंज के फक्कड़ महतो घाट पर प्रतिदिन यह दृश्य देखा जा सकता है। शिक्षकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है।
सभी शिक्षक अपनी सुरक्षा की व्यवस्था स्वयं करते हुए गंगा पार कर स्कूल जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, दियारा में 350 शिक्षक हैं, जबकि केवल 100 लाइफ जैकेट उपलब्ध कराई गई हैं, जो पुरानी और प्रभावी नहीं हैं।
शिक्षकों ने बताया कि गंगा के बीच में नाव के पहुंचने पर सबसे अधिक डर लगता है, खासकर जब तेज हवा चलती है। गोताखोरों की व्यवस्था न होने से चिंता बनी रहती है।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बिनोद कुमार विकास ने बताया कि अंचलाधिकारी द्वारा 100 लाइफ जैकेट उपलब्ध कराई गई हैं और गोताखोरों की व्यवस्था के लिए प्रतिवेदन दिया गया है।
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