Bihar: मतदान के लिए लालच देना पड़ सकता है महंगा, बैंक अकाउंट ट्रांजैक्शन पर रखी जा रही कड़ी नजर
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन व्यय पर कड़ी नजर रखना जरूरी है। कैश बैंक ट्रांजैक्शन और मुफ्त उपहारों पर निगरानी रखी जाए। शराब माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और अवैध नगद जब्त किए जाएं। मतदाताओं को प्रलोभन-मुक्त मतदान के लिए जागरूक किया जाए। निर्वाचन व्यय के अनुश्रवण के लिए कोषांग 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।

जागरण संवाददाता, पटना। भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव कराना है।
निर्वाचन व्यय अनुश्रवण के लिए सभी प्रवर्तन एजेंसियों के बीच अच्छा समन्वय होना आवश्यक है। आयोग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार अभी से ही लगातार नजर रखी जाए।
कैश, बैंक अकाउंट ट्रांजैक्शन, फ्रीबिज आदि पर नजर रखना है। शराब माफियाओं के विरुद्ध विधि-सम्मत कठोरतम कार्रवाई करनी होगी। शराब की जब्ती बढ़ाएं।
पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। बड़ी मात्रा में अवैध नगद, मादक पदार्थों, कीमती धातुओं आदि को नियमानुसार जब्त किया जाए।
यह निर्देश जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस कमेटी की बैठक में दी।
भारत निर्वाचन आयोग के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के मापदंड
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पिछले लोक सभा एवं विधान सभा आम चुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में अवैध कैश, लिकर, ड्रग्स, नार्कोटिक्स, महंगे धातु, फ्रीबिज आदि की जब्ती। -
अंतर्राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय सीमा से लगे निर्वाचन क्षेत्रों में जब्ती का इतिहास एवं पिछले चुनाव के दौरान घटित घटना। -
चुनाव की घोषणा के छः माह पहले निर्वाचन क्षेत्र में करेंसी की मांग में पहले से 20 प्रतिशत अथवा उससे अधिक की वृद्धि। -
चुनाव की संभावित तिथि से छः माह पहले कुछ खास बैंक खातों से छोटी-छोटी मात्रा में ऑनलाइन-डिजिटल माध्यम से कई व्यक्तियों के खाते में राशि का अंतरण। -
निर्वाचन क्षेत्र में अच्छी संख्या में एक्सपेंडिचर सेंसिटिव पाकेट्स का होना।
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