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    Stray Dogs Attack: पटना में आवारा कुत्तों का आतंक, रोजाना 100 से अधिक लोग बन रहे शिकार

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 07:47 PM (IST)

    पटना में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है जिससे हर दिन 100 से अधिक लोग कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे हैं। एंटी रेबीज वैक्सीन लेने वालों की संख्या 250 के पार पहुंच गई है। सिविल सर्जन के अनुसार वैक्सीन की कोई कमी नहीं है लेकिन समय पर टीका लगवाना ज़रूरी है क्योंकि देरी होने पर जान का खतरा हो सकता है।

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    पटना में आवारा कुत्तों का आतंक, रोजाना 100 से अधिक लोग बन रहे शिकार

    जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर के प्रमुख अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की रिपोर्ट के अनुसार, हर दिन 100 से अधिक लोग कुत्तों के काटने का शिकार बन रहे हैं। इसके चलते एंटी रेबीज वैक्सीन लेने वालों की संख्या भी 250 के पार पहुंच गई है, जिससे लोगों में डर और बेचैनी का माहौल है।

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    शहर के विभिन्न चौराहों, गलियों और मोहल्लों में आवारा कुत्तों के झुंड घूमते देखे जा सकते हैं। ये कुत्ते राहगीरों, साइकिल सवारों और दोपहिया चालकों पर अचानक हमला कर देते हैं।

    पीएमसीएच, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, राजेंद्र नगर सीएचसी और गर्दनीबाग अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिदिन दर्जनों लोग कुत्ते के काटने के बाद इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।

    250 लोग ले रहे हैं वैक्सीन, 60 नए मामले प्रतिदिन

    पटना के सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि हर दिन लगभग 250 लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने आ रहे हैं, जिनमें से 50 से 60 लोग पहली बार वैक्सीन ले रहे हैं, जबकि बाकी लोग दूसरी या तीसरी डोज लेने आते हैं।

    उन्होंने बताया कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है, क्योंकि पीएचसी स्तर तक इसकी व्यवस्था और बजट आवंटन कर दिया गया है। पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर के अनुसार, अकेले पीएमसीएच में प्रति माह 5,000 से अधिक लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाते हैं। डॉग बाइट सेंटर पर विशेष व्यवस्था की गई है, और अतिरिक्त नर्सों की ड्यूटी लगाकर यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी को टीका लगवाने के लिए ज्यादा इंतजार न करना पड़े।

    कुत्ते के काटने के बाद करें ये प्राथमिक इलाज:

    • घाव को तुरंत बहते पानी और साबुन से कम से कम 5 मिनट तक धोएं।
    • एंटीसेप्टिक लोशन या क्रीम लगाएं।
    • घाव को साफ और सूखी पट्टी से ढकें।
    • दर्द अधिक हो तो डॉक्टर की सलाह से पेनकिलर लें।
    • गहरा घाव, अत्यधिक रक्तस्राव या संक्रमण के लक्षण हों तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

    क्यों जरूरी है एंटी रेबीज वैक्सीन?

    कुत्ते के काटने के बाद 24 घंटे के भीतर एंटी रेबीज वैक्सीन लेना बेहद जरूरी है। विलंब होने पर संक्रमण घातक साबित हो सकता है। डॉक्टरों की मानें तो यदि समय पर टीका न लगे, तो रेबीज के चलते मरीज की जान भी जा सकती है।