Tatkal Ticket Rule Change: रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, काउंटर से तत्काल टिकट लेने का बदला नियम
रेलवे ने तत्काल टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए नया नियम लागू किया है। काउंटर पर टिकट लेने के लिए ओटीपी देना होगा। गलत सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने पर 2.5 करोड़ आईडी ब्लॉक की गई हैं। व्यक्तिगत टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य किया गया है। एजेंटों के लिए बुकिंग का समय तय किया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि बॉट तेजी से टिकट बुक न कर सकें।

जागरण संवाददाता, पटना। तत्काल टिकट का हो रहे कालाबाजारी पर अंकूश लगाने के लिए रेलवे की ओर लगातार प्रयास जारी है। आम आदमी को तत्काल ट्रेन टिकटों का लाभ मिले इसके लिए भारतीय रेलवे द्वारा कई कदम उठाए गए हैं।
अब काउंटर से भी तत्काल टिकट लेने पर यात्रियों को मोबाइल पर आए ओटीपी को काउंटर क्लर्क को देना होगा। इसके बाद ही उनका टिकट निकल पाएगा।
- टिकट बुकिंग के लिए गलत सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए पिछले छह महीनों में 2.5 करोड़ संदिग्ध आईआरसीटीसी आईडी ब्लॉक की गई हैं।
- व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए तत्काल ई-टिकट बुक करने के लिए अब आधार को अनिवार्य बना दिया गया है।
- रेलवे काउंटर/विंडो पर तत्काल टिकट बुकिंग के लिए यात्रियों/प्रतिनिधियों को मोबाइल नंबर और ओटीपी प्रदान करना होगा। मोबाइल/ओटीपी के सफल प्रमाणीकरण के बाद ही तत्काल टिकट जारी हो पाएगा ।
- तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट केवल व्यक्तिगत ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं और स्टेशनों पर पीआरएस काउंटर से टिकट बुक करने वाले व्यक्तियों के लिए उपलब्ध होंगे।
- ट्रैवल एजेंट और अधिकृत एजेंसियां आधे घंटे के बाद ही टिकट बुक कर सकती हैं, यानी ट्रैवल एजेंट एसी क्लास में 10:30 बजे से और नॉन एसी के लिए 11:30 बजे के बाद ही तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं।
- एसी के लिए 10:00 से 10:30 बजे तक और नॉन एसी के लिए 11:00 - 11:30 बजे तक व्यक्तिगत ऑनलाइन उपयोगकर्ता और पीआरएस काउंटर पर विंडो टिकट उपयोगकर्ताओं के लिए ही उपलब्ध रहेगी।
- तत्काल टिकट बुकिंग के लिए गैर-आधार उपयोगकर्ता पीआरएस काउंटरों और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से टिकट बुक कर सकते हैं।
आधार के साथ ई-टिकटिंग
- एक जुलाई से आईआरसीटीसी ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग केवल आधार सत्यापित आईडी से ही की जा सकेगी।
- आधार प्रमाणीकरण के लिए ओटीपी का प्रावधान 15 जुलाई तक लागू किया जाएगा।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ प्रावधान किए गए हैं कि बॉट (या अन्य सॉफ्टवेयर साधन) वास्तविक उपयोगकर्ताओं की तुलना में तेज़ी से टिकट बुक करने में सक्षम न हों।
मोबाइल ओटीपी के साथ विंडो टिकट बुकिंग
विंडो टिकट के लिए बुकिंग करने वाले व्यक्ति को एक मोबाइल नंबर देना होगा जिस पर सत्यापन के लिए ओटीपी भेजा जाएगा। यह प्रावधान 15 जुलाई तक लागू किया जाएगा।
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