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    Bihar Politics: पांच राजनीतिक पार्टियों को डीलिस्ट करने की तैयारी, चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 07:09 PM (IST)

    पिछले छह वर्षों से चुनाव में भाग न लेने वाले दलों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने ऐसे पांच दलों को चिह्नित किया है और उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने यह कार्रवाई उन गैर-मान्यता प्राप्त दलों के खिलाफ शुरू की है जिन्होंने 2019 से किसी भी चुनाव में भाग नहीं लिया है।

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    छह वर्षों से चुनाव नहीं लड़ने वाले पांच दलों को नोटिस

    जागरण संवाददाता, पटना। छह वर्षों से चुनाव में भाग नहीं लेने वाले दलों को डीलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस क्रम में पटना जिलांतर्गत पांच दलों को चिह्नित किया गया है। इन्हें नोटिस का तामील कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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    जिन दलों को नोटिस तामील कराना है उनमें भारतीय युवा जनशक्ति पार्टी, एकता विकास महासभा पार्टी, गरीब जनता दल (सेकुलर), राष्ट्रीय सदाबहार पार्टी एवं यंग इंडिया पार्टी शामिल है।

    दरअसल, भारत निर्वाचन आयोग ने वैसे पंजीकृत गैरमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को डीलिस्ट करने की कार्रवाई शुरू की है, जिन्होंने 2019 से अब तक किसी भी चुनाव में भाग नहीं लिया है। जिनके कार्यालय देशभर में कहीं भी भौतिक रूप से नहीं पाए गए हैं।

    आयोग ने संबंधित राजनीतिक दल से कारण-पृच्छा कर तथ्यात्मक प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया है। इस आलोक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी ने पटना जिलांतर्गत पांच पंजीकृत गैरमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को निर्वाचन विभाग से जारी नोटिस तथा भारत निर्वाचन आयोग के पत्र का विधिवत ढंग से तामिला कराने का निर्देश दिया है।

    साथ ही अधिकारियों को 24 घंटा के अंदर प्रतिवेदन देना है। यदि किसी कारण नोटिस का तामीला नहीं होता है तो इस संबंध में संबंधित पदाधिकारी को स्पष्ट प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया है।

    किसी भी राजनीतिक दल को अनुचित रूप से डीलिस्ट नहीं किया जाए, इसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ऐसे दलों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।

    इसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी इन दलों को सुनवाई का अवसर देंगे। किसी भी ऐसे दल को डीलिस्ट करने का अंतिम निर्णय भारत निर्वाचन आयोग ही लेगा।