पटना को बेतिया से जोड़ेगा 78.94 KM लंबा हाईवे, 1 घंटे में पूरी होगी यात्रा; 822 करोड़ रुपये होंगे खर्च
केंद्र सरकार ने साहेबगंज-अरेराज-बेतिया खंड को चार लेन ग्रीनफील्ड हाईवे के रूप में विकसित करने की मंजूरी दी है। 3822 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह 78.94 किमी लंबा हाईवे पटना को बेतिया से जोड़ेगा। इससे कई जिलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान हो जाएगी। पथ निर्माण मंत्री ने इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।

राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार ने बुधवार को साहेबगंज-अरेराज-बेतिया (एनएच-1 डब्ल्यू ) खंड को हाइब्रिड एन्युइटी मोड पर चार लेन ग्रीनफील्ड हाइवे के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस पर तीन हजार 822 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
78.94 किमी लंबा यह हाईवे पटना को बेतिया से जोड़ेगा। वैशाली, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ़्फरपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण जैसे जिलों को मजबूत कनेक्टिविटी देगा। इसके निर्माण के बाद साहेबगंज से बेतिया की यात्रा ढाई के बदले एक घंटे में पूरी होगी।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि यह परियोजना सात पीएम गति शक्ति आर्थिक नोड्स, छह सामाजिक नोड्स, आठ लाजिस्टिक नोड्स तथा नौ प्रमुख पर्यटन व धार्मिक केंद्रों को जोड़ेगी।
इससे केसरिया बुद्ध स्तूप (साहेबगंज), सोमेश्वरनाथ मंदिर (अरेराज), जैन मंदिर व विश्व शांति स्तूप (वैशाली) और पटनास्थित महावीर मंदिर जैसे धरोहर स्थलों तक पहुंच सुगम होगी। बौद्ध सर्किट और बिहार की अंतरराष्ट्रीय पर्यटन क्षमता को नई शक्ति मिलेगी।
उन्होंने बताया कि एनएच-1 डब्ल्यू का निर्माण इस उद्देश्य से किया जा रहा है कि यह उन वैकल्पिक मार्गों पर दबाव कम करे, जो आज भीड़भाड़ और संरचनात्मक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
यह एनएच-31,722, 727, 27 और एनएच-227 ए से एक महत्त्वपूर्ण लिंक के रूप में काम करेगा। इसके निर्माण के दौरान करीब 30 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित होंगे।
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