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    Bihar Government: पहले मिलते थे 20000, अब मिलेंगे 27000; नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले इनका मानदेय भी बढ़ाया

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 09:03 PM (IST)

    सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इंटर्न डॉक्टरों के लिए खुशखबरी है। स्वास्थ्य विभाग ने उनका मानदेय 20 हजार से बढ़ाकर 27 हजार रुपये कर दिया है। हाल ही में डॉक्टरों ने मानदेय वृद्धि के लिए हड़ताल की थी जिसके बाद विभाग ने यह फैसला लिया। इस निर्णय से अन्य मेडिकल स्ट्रीम के इंटर्न को भी लाभ होगा। पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है।

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    इंटर्न डॉक्टरों का मानदेय 20 से बढ़ कर हुआ 27 हजार

    जागरण संवाददाता, पटना। सरकारी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में एमबीबीएस के बाद एक वर्ष की इंटर्नशिप करने वाले डॉक्टरों का मानदेय स्वास्थ्य विभाग ने 20 हजार से बढ़ाकर 27 हजार रुपये कर दिया है।

    बताते चलें कि हाल ही में इंटर्न डॉक्टरों ने मानदेय में वृद्धि के लिए हड़ताल कर सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों की ओपीडी सेवा ठप करा दी थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मानदेय पुनरीक्षण कर स्टाइपेंड में सात हजार रुपये की वृद्धि का आदेश जारी किया है।

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    सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों के अलावा दंत महाविद्यालय, आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होम्योपैथिक, विदेशी और विज्ञान स्नातक के इंटर्न कर रहे जूनियर डॉक्टरों को अब 20 के बजाय 27 हजार रुपये मिलेंगे।

    वहीं, फिजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वालों का मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया गया है। सरकार के इस निर्णय पर पीएमसीएच जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने आभार व्यक्त करते हुए खुशी जाहिर की है।

    मानदेय को 20 से 27 हजार करने का इंटर्न डॉक्टरों ने किया स्वागत

    सरकारी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में एमबीबीएस के बाद एक वर्ष की इंटर्नशिप करने वाले डॉक्टरों का मानदेय स्वास्थ्य विभाग ने 20 हजार से बढ़ाकर 27 हजार कर दिया है। कैबिनेट से इसकी स्वीकृति का पीएमसीएच समेत सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के इंटर्न डॉक्टरों ने स्वागत किया।

    उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है।

    बताते चलें कि हाल ही में इंटर्न डॉक्टरों ने मानदेय में वृद्धि के लिए हड़ताल कर सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों की ओपीडी सेवा ठप करा दी थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मानदेय पुनरीक्षण कर स्टाइपेंड में सात हजार रुपये की वृद्धि का आदेश जारी किया है।

    आईजीआईएमएस में जागरूकता रैली निकाल दिलाई नेत्रदान की शपथ

    आईजीआईएमएस स्थित क्षेत्रीय चक्षु संस्थान (आरआइओ) ने मंगलवार को 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवारा (25 अगस्त से 8 सितंबर) पर नेत्रदान जागरूकता रैली सह अभियान का आयोजन किया। इसका उद्घाटन संस्थान के उपनिदेशक व आरआइओ के चीफ प्रो. डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा व आई बैंक के प्रभारी डॉ. नीलेश मोहन ने किया।

    डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि पैदल मार्च परिसर स्थित इंदिरा गांधी की प्रतिमा से आइजीआइएमएस मुख्य प्रवेश द्वार तक किया गया। इसमें पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स पटना व बिहार आप्थलमोलाजी सोसायटी के प्रतिनिधि शामिल हुए। जागरूकता अभियान के अंतर्गत नेत्र जागरूकता संबंधी पेंटिंग-पोस्टर प्रदर्शनी किया गया।

    नेत्रदान की दिलाई शपथ:

    अभियान की अध्यक्षता प्रो. डॉ. नीलेश मोहन ने की। उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों को नेत्रदान में बढ़-चढ कर भाग लेंगे तभी कार्निया अंधापून को रोका जा सकता है।

    डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने कहा कि हम सभी लोगों को परिवार के सभी सदस्यों से नेत्रदान का शपथपत्र भरवाना चाहिए। इससे नेत्रदान अभियान में गति आएगी। इस दौरान आरआईओ के सभाकक्ष में नर्स समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मियों को नेत्रदान करने की शपथ दिलाई गई।