भाकपा-माले ने बिहार सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, तेलंगाना फैक्ट्री हादसे से जुड़ा है मामला
भाकपा-माले ने सरकार पर तेलंगाना फैक्ट्री हादसे में मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया है। सांसद राजाराम सिंह ने बताया कि विस्फोट में 40 से अधिक मजदूरों की मौत हुई जिनमें 10 बिहारी मजदूर शामिल हैं। नौ शवों की पहचान हुई है जबकि एक लापता है। उन्होंने सरकार से मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने और न्यायिक जांच की मांग की है।

राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा-माले ने सरकार पर तेलंगाना फैक्ट्री हादसे में मारे गए मजदूरों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया है। रविवार को भाकपा-माले सांसद राजाराम सिंह और पूर्व विधायक मनोज मंजिल ने पत्रकारों को बताया कि फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में 40 से अधिक मजदूरों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि इसमें बिहार के 10 प्रवासी मजदूर शामिल हैं, जिनमें से नौ मजदूरों के शवों की पहचान हो गई है, जबकि एक मजदूर लापता है, जिसकी मौत की आशंका है।
सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि उनके नेतृत्व में एक जांच टीम पांच जुलाई को तेलंगाना गई थी। जांच में पता चला कि विस्फोट के समय प्लांट में 143 मजदूर मौजूद थे। विस्फोट से 114 मजदूर प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि रोहतास जिले के दिलियां गांव के शशि भूषण कुमार, किरियावां के नागा पासवान और अमरथा के दिलीप गोसाई और दिलीप कुमार, दरभंगा जिले के बाथ के लक्ष्मी मुखिया, नवादा के तनपुरा के राज कुमार, भोजपुर के दवाना के तस्लीमुद्दीन अंसारी, अक्रूआं के शंभू राम और आरा के मुनमुन चौधरी की मौत हुई है।
भभुआ के करजावां के शिवजी बिंद लापता हैं। उन्होंने राज्य सरकार से मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा देने और दुर्घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
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