Bima Bharti: पूर्व मंत्री बीमा भारती से 4 घंटे तक ईओयू ने की पूछताछ, विधायकों को प्रलोभन देने का मामला
पिछले साल नीतीश सरकार के विश्वासमत के दौरान विधायकों को प्रलोभन देने के मामले में ईओयू ने पूर्व मंत्री बीमा भारती से पूछताछ की। बीमा भारती ने कुछ सवालों के जवाब दिए और साजिश के तहत फंसाए जाने की बात कही। ईओयू ने इस मामले में कुछ अन्य विधायकों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। बीमा भारती ने जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। पिछले साल फरवरी में नीतीश सरकार के विश्वासमत के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के मामले में बुधवार को पूर्व मंत्री बीमा भारती से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने करीब चार घंटे तक पूछताछ की।
ईओयू के अनुसार, बीमा भारती ने कुछ प्रश्नों के जवाब दिए, जबकि कुछ प्रश्नों के संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं। उनसे पहली नोटिस मिलने के बावजूद ईओयू कार्यालय न आने को लेकर भी सवाल-जवाब किए गए, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें नोटिस की जानकारी देरी से मिली थी।
ईओयू ने अब तक की जांच के आधार पर अग्रतर पूछताछ के लिए परबत्ता विधायक डॉ. संजीव कुमार को भी नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके अलावा, नरकटियागंज के फजले हक अंसारी और मनेर के मोनु कुमार को भी पूछताछ के लिए ईओयू कार्यालय बुलाया गया है।
सरकार को अस्थिर करने का काम मैंने नहीं किया : बीमा भारती
ईओयू कार्यालय से पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बीमा भारती ने कहा कि काफी सवाल किए गए थे। मैंने हर एक सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार को अस्थिर करने का काम मैंने नहीं किया है। सरकार जब बन रही थी तो हम साथ थे। हर समय सरकार के साथ रहे हैं। मुझे साजिश के तहत झूठा मुकदमा कर फंसाया गया। कहा गया कि मेरा अपहरण हो गया है। अगर मेरा अपहरण होता तो मेरे घर-परिवार के लोग केस करते।
उन्होंने कहा कि पहला नोटिस मुझे 21 जुलाई की शाम में मिला था। मैंने टीवी पर इसकी खबर देखी तो खुद ईओयू में फोन कर जानकारी दी। दूसरी नोटिस मिलते ही मैं अपना पक्ष और इनके सवालों का जवाब देने आई हूं। आगे भी जब ईओयू या कोई अन्य एजेंसी पूछताछ के लिए बुलाएगी, तो मैं आऊंगी।
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