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    Bihar Election: पार्टी से ज्यादा प्रत्याशी को प्राथमिकता दे रहे वोटर, सर्वे में चौंकाने वाले रुझान आए सामने

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 05:10 PM (IST)

    निर्वाचन आयोग के सर्वे से पता चला है कि पटना में मतदाता अब पार्टी से ज़्यादा प्रत्याशी को प्राथमिकता दे रहे हैं। परिवार का दखल कम हुआ है और राजनीतिक विमर्श का महत्व बढ़ा है। जाति और धर्म का प्रभाव कम हुआ है। मतदाता पहचान पत्र न होने और क्षेत्र से बाहर रहने के कारण कई लोगों ने मतदान नहीं किया।

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    बिहार चुनाव में वोटर्स से व्यक्तिगत संपर्क वाले आगे। फाइल फोटो

    जयशंकर बिहारी, पटना। निर्वाचन आयोग के पिछले चुनावों में मतदान करने के कारणों पर हुए सर्वे में पार्टी को प्राथमिकता देकर मतदान करने वालों की संख्या घटी है। वहीं, प्रत्याशी के व्यक्तिगत रूप से संपर्क के कारण मतदान करने वालों की संख्या बढ़ी है।

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    परिवार के मुखिया का दखल जहां कम हुआ, वहीं विमर्श का प्रभाव बढ़ा है। सिर्फ 2.6 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि परिवार के मुखिया ने जिसको कहा, वहां बटन दवा दिया। परिवार में राजनीतिक विमर्श का प्रत्याशियों के चयन में काफी प्रभाव दिखा।

    मतदान प्राथमिकताओं को प्रभावित करने वाले कारक में 41.4 प्रतिशत प्रतिभागियों ने बताया कि उनके मतदान के निर्णय पर परिवार की राय का प्रभाव पड़ता है। 40.3 प्रतिशत ने कहा कि उनकी प्राथमिकता चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी पर आधारित होती है।

    सिर्फ 4.2 प्रतिशत ने जाति और 1.1 प्रतिशत ने धर्म को मतदान पसंद को प्रभावित करने वाला कारक बताया। पिछले चुनावों में मतदान करने का मुख्य कारण राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव था।

    मतदाता पहचान पत्र के कारण नहीं किया मतदान

    आयोग के केएपी इंडलाइन सर्वें के अनुसार पिछले चुनावों में मतदान नहीं करने वालों ने इसके पीछे का सबसे प्रमुख कारण मतदाता पहचान पत्र का नहीं होना बताया। 26.1 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि मतदाता पहचान पत्र नहीं होने के कारण बूथ पर नहीं गए।

    मतदान केंद्र की दूरी अधिक होने के कारण 6.3 प्रतिशत, कोई अच्छा प्रत्याशी नहीं होने के कारण 6.8 प्रतिशत तथा सबसे अधिक 30.1 प्रतिशत ने बताया कि मतदान के दिन वह अपने क्षेत्र में नहीं थे, इस कारण बूथ पर नहीं पहुंचे।

    11.2 प्रतिशत ने मतदान नहीं करने का प्रमुख कारण मतदाता सूची में नाम नहीं होना बताया था। सिर्फ 0.2 प्रतिशत ने कहा कि मतदान केंद्र तक जाने में असुरक्षित महसूस कर रहे थे।

    2024 के चुनाव के बाद हुए सर्वे के अनुसार

    मतदान के कारण प्रतिभागियों का प्रतिशत
    राजनीतिक समर्थक 32.2
    धमकी या दवाब 0.3
    परिवार के मुखिया के कहने पर 2.6
    दोस्तों से प्रभावित होकर 1.9
    किसी प्रत्याशी व पार्टी को हराने के लिए 0.4
    यह मेरा कर्तव्य या अधिकार था 0.4
    आयोग की अपील व विज्ञापन के कारण 0.8
    मैं मतदाता सूची में पंजीकृत हो गया 5.2
    प्रत्याशी अच्छा था 1.6
    प्रत्याशी मेरी पसंद, समुदाय व धर्म से था 2.9
    प्रत्याशी व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की 33.9
    धन, शराब व प्रलोभन की पेशकश 0.1
    अन्य कारण 17.0