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    बिहार पुलिस पेपर लीक: पटना, नालंदा समेत झारखंड, बंगाल और यूपी के 11 ठिकानों पर ईडी का छापा

    Updated: Thu, 19 Jun 2025 08:58 PM (IST)

    ईडी ने बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में बिहार झारखंड उत्तरप्रदेश और बंगाल में 11 ठिकानों पर छापेमारी की। पटना में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया के ठिकानों पर तलाशी ली गई। छापेमारी में शैक्षणिक प्रमाण-पत्र और डिजिटल उपकरण बरामद हुए। नालंदा में ग्रामीणों ने ईडी टीम का विरोध किया। यह कार्रवाई पीएमएलए एक्ट के तहत की जा रही है जो अक्टूबर 2023 में हुए पेपर लीक से जुड़ी है।

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    पटना, नालंदा समेत झारखंड, बंगाल और यूपी के 11 ठिकानों पर ईडी का छापा

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस के सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने गुरुवार को बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश और बंगाल के 11 ठिकानों पर छापेमारी की। पटना के दानापुर और नालंदा के नगरनौसा में सिपाही भर्ती और नीट पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपित संजीव मुखिया और उसके बेटे डा. शिव से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली गई।

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    झारखंड के रांची में आरोपित सिकंदर यादवेंदु, यूपी के लखनऊ में पेपर लीक से जुड़े एजेंट और कोलकाता में प्रिंटिंग प्रेस और उसके निदेशक के घरों की तलाशी ईडी ने ली है। कोलकाता में आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी की गई है। ईडी सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, डिजिटल उपकरण, बैंकिंग लेन-देने से जुड़े दस्तावेज आदि बरामद हुए हैं।

    बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की पेपर लीक में की गई कार्रवाई के बाद ईडी ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की जा रही जांच में यह कार्रवाई की है। इसमें आरोपितों के धन-शोधन से जुड़े तार खंगाले जा रहे हैं।

    नालंदा में ईडी की टीम से उलझे ग्रामीण, मोबाइल छीना:

    ईडी की टीम नालंदा में जेल में बंद मुख्य आरोपित संजीव मुखिया और उसके सहयोगी पप्पू पासवान के घर पहुंची। नालंदा के नगरनौसा थाना क्षेत्र के यारपुर बलवा में संजीव मुखिया के घर से कुछ अंकपत्र, प्रमाण पत्र आदि मिले हैं जो दूसरे गांव के विद्यार्थियों के हैं। वहीं, पड़ोस के गांव गोसाईंपुर में पप्पू पासवान के यहां नौकरी लगवाने से जुड़े कई दस्तावेज और उसमें संलग्न ब्लैंक चेक मिले हैं।

    इन दोनों गांवों में सुबह जैसे ही जांच टीमें पहुंची, ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। खासकर, महिलाएं हमलावर हो गईं और अधिकारियों के मोबाइल फोन छीन लिए। इसकी सूचना मिलते ही आसपास के तीन-चार थानों की पुलिस पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराकर मोबाइल फोन वापस कराए। ईडी अधिकारियों ने आरोपितों के स्वजनों पर ग्रामीणों को उकसाने का आरोप लगाया।

    अक्टूबर 2023 में लीक हुआ था पेपर, कई राज्यों से जुड़े तार:

    बिहार पुलिस में 21 हजार से अधिक सिपाहियों की भर्ती के लिए एक अक्टूबर 2023 को दो पालियों में भर्ती परीक्षा ली गई थी जिसका पेपर लीक हो गया था। आरोप लगाया गया कि परीक्षा से पहले ही प्रश्न-पत्र की एंसर की वाट्सएप व अन्य इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गई थी।

    इसके बाद केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने एक अक्टूबर को ली गई परीक्षा के साथ आगे होने वाली परीक्षाएं भी स्थगित कर दी थीं। इस मामले में कई सफेदपोश भी संदेह के दायरे में हैं।

    इस मामले की जांच के दौरान कोलकाता से कौशिक कुमार कर समेत उसके कई सहयोगी और नालंदा से संजीव मुखिया गिरोह के कई सदस्य पकड़े गए थे। बाद में नीट समेत अन्य परीक्षा धांधली में नाम आने के बाद संजीव मुखिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया।