Bihar News: सिम कार्ड वितरकों और एजेंटों की मुश्किलें बढ़ीं, EOU ने कंपनियों को दिए ये निर्देश
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने सिम बॉक्स के जरिए साइबर ठगी रोकने के लिए दूरसंचार कंपनियों को सिम कार्ड वितरकों का पुन सत्यापन करने का निर्देश दिया है। ईओयू के एडीजी ने कहा कि लापरवाही से राज्य की सुरक्षा खतरे में है। दूरसंचार कंपनियों को वितरण प्रणाली पारदर्शी बनाने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए कहा गया है। चुनावी गतिविधियों को देखते हुए सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

राज्य ब्यूरो, पटना। सिम बॉक्स के जरिए चलाए जा रहे साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट को रोकने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने सभी दूरसंचार कंपनियों को सिम कार्ड वितरकों और एजेंटों का दोबारा सत्यापन करने का निर्देश दिया है।
ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान ने मंगलवार को दूरसंचार कंपनियों के साथ समन्वय बैठक में कहा कि कुछ लापरवाही के कारण राज्य की सुरक्षा, नागरिकों की गोपनीयता और विधि-व्यवस्था को खतरा हो रहा है। उन्होंने सुपौल में सिम बॉक्स के जरिए हो रहे साइबर ठगी के खुलासे का विशेष रूप से जिक्र किया।
उन्होंने दूरसंचार कंपनियों के अधिकारियों को सिम कार्ड वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने और साइबर अपराध से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देने का निर्देश दिया। बैठक में दूरसंचार कंपनियों और पुलिस के बीच समन्वय के लिए दो उप-समूह बनाने का भी निर्णय लिया गया, जो नियमित संवाद, तकनीकी समाधान और बदलते साइबर अपराध को लेकर रणनीतिक योजना पर काम करेंगे।
एडीजी ने कहा कि आगामी चुनावी गतिविधियों को देखते हुए यह जरूरी है कि किसी भी स्तर पर कोई चूक न हो और संवेदनशील सूचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
बैठक के दौरान एसपी विनय तिवारी ने सिम बॉक्स ठगी पर आधारित एक पीपीटी प्रस्तुत की। इसमें साइबर ठगी के तौर-तरीकों, विदेशी नेटवर्क की संलिप्तता, सिम आपूर्ति नेटवर्क में खामियों और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए भुगतान की व्यवस्था की जानकारी दी गई। इसके लिए सभी स्तरों पर जागरूकता अभियान चलाने को भी कहा गया।
समन्वय बैठक में डीआईजी संजय कुमार, मानवजीत सिंह ढिल्लों, एसपी अमरकेश डी, दूरसंचार विभाग पटना के निदेशक (सुरक्षा) राजीव रंजन के साथ ही जियो, एयरटेल, बीएसएनएल और वोडा आइडिया के नोडल अधिकारी शामिल हुए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।