बिहार में अनाज भंडारण क्षमता बढ़ी, 2126 नए गोदामों का निर्माण पूरा
सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने समेकित सहकारी विकास परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। छह जिलों में चल रही इस परियोजना के तहत 2126 नए गोदाम बने हैं और 322 सहकारी समितियों के गोदामों की मरम्मत हुई है। 315.51 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में अनाज भंडारण क्षमता 333850 टन तक बढ़ाई गई है और सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने सोमवार को समेकित सहकारी विकास परियोजना के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सहकारी समितियों में आधारभूत संरचना के विकास को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
वर्तमान में, समेकित सहकारी विकास परियोजना राज्य के छह जिलों में क्रियान्वित है, जिसके अंतर्गत 2126 नए गोदामों का निर्माण पूरा हो चुका है।
पूरी परियोजना की लागत 315.51 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के अंतर्गत अब तक 322 सहकारी समितियों के गोदामों की मरम्मत की जा चुकी है। जबकि 108 समितियों में चावल मिलों का निर्माण पूरा हो चुका है।
उन्होंने बताया कि मोतिहारी, औरंगाबाद, बेगूसराय, दरभंगा, बेतिया और पूर्णिया जिलों में इस परियोजना के अंतर्गत निर्मित एवं मरम्मत किए गए नए गोदामों की अनाज भंडारण क्षमता 3,33,850 टन है। इसके साथ ही 1,54,571 सहकारी समितियों के सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
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