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    दबिश के बाद घबराए किडनैपर, ट्रेन अटेंडेंट को देर रात छोड़ा; पुलिस को किस पर शक?

    Updated: Sat, 06 Sep 2025 10:52 AM (IST)

    पटना के पास मोकामा-बाढ़ रेलखंड पर पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से कोच अटेंडेंट का अपहरण हो गया। अपराधियों ने सिग्नल लाल कर ट्रेन रोककर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छापेमारी की जिसके दबाव में अपहरणकर्ता राकेश को छोड़ने पर मजबूर हो गए। पुलिस को शराब तस्करों पर शक है और मामले की जांच जारी है।

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    हटिया-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से कोच अटेंडेंट का अपहरण

    जागरण संवाददाता, पटना। दानापुर रेल मंडल में मोकामा-बाढ़ रेलखंड पर शुक्रवार को दिनदहाड़े पाटलिपुत्र एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 18622) के एसी कोच बी-5 से कोच अटेंडेंट राकेश कुमार का अपहरण का लिया गया।

    आधा दर्जन अपराधियों ने बाढ़ स्टेशन के आउटर सिग्नल को लाल कर ट्रेन को रोककर घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने भागने के क्रम में दशहत फैलाने के लिए फायरिंग भी की।

    इधर, ट्रेन से अपहरण की खबर मिलते ही रेलवे अधिकारियों के साथ आरपीएफ और जीआरपी की टीम मौके पर पहुंच गई। रेल डीएसपी के नेतृत्व में जीआरपी, आरपीएफ, बाढ़, पंडारक, मोकामा और बख्तियापुर थाने की पुलिस कोच अटेंडेंट की सकुशल बरामदगी के लिए ताबड़तोड़ दबिश देने लगी।

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    हर संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी। दबिश बढ़ी तो अपहरणकर्ताओं ने राकेश को मुक्त कर दिया। रात करीब साढ़े 11 बजे रेल पुलिस ने उन्हें हथिदह के आगे बड़हिया में साउथ बिहार एक्सप्रेस से सकुशल मुक्त करा लिया है।

    उनसे पूछताछ कर घटना में संलिप्त आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। संदेह है कि इस घटना के पीछे शराब तस्करों की संलिप्ता हो सकती है। हालांकि, आरपीएफ इंस्पेक्टर ने गोली चलने की घटना से इंकार किया है। 

    हटिया स्टेशन से खुली ट्रेन, अपहरण में वाहन का इस्तेमाल

    राकेश कुमार पश्चिम बंगाल के चितरंजन के रहने वाले हैं। वह पाटलिपुत्र एक्सप्रेस के एसी कोच में अटेंडेंट हैं। गुरुवार की रात 10 बजे पाटलिपुत्र एक्सप्रेस हटिया स्टेशन से खुली थी।

    शुक्रवार को पटना जंक्शन पहुंचने बाढ़ के पहले शहरी हाल्ट के पास अपराधियों ने सुनियोजित ढंग से पटरी पर सिक्का रखकर कर सिग्नल लाल कर दिया। जैसे ही ट्रेन रुकी पांच छह अपराधी ट्रेन में घुस गए और राकेश को जबरन नीचे खींच लिया।

    सूत्रों की मानें तो अपहरण में अपराधियों ने हथियार का भी इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने घटना को अंजाम देने के लिए वाहन का भी इस्तेमाल किए। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। 

    कंट्रोल रूम में दी गई सूचना, मौके पर पहुंची पुलिस

    घटना की सूचना तत्काल दानापुर कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद रेलवे और स्थानीय पुलिस में हड़कंप मच गया। दानापुर रेलवे मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त उदय सिंह पवार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि रेलकर्मी की सुरक्षित बरामदगी के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

    रेलवे पुलिस के पूर्वी क्षेत्र के डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। आसपास के इलाकों में लगातार छापेमारी कर रहे थे। बाढ़ और पंडारक थानों की पुलिस भी इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल थे।

    कहीं बदला लेने के लिए तो नहीं दिया घटना को अंजाम

    सूत्रों की मानें तो इस घटना के पीछे शराब तस्करों का भी हाथ हो सकता है। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पूर्व शराब तस्करों का एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। कहीं ऐसा तो नहीं तस्करों को अटेंडेंट पर संदेह हो और बदला लेने के लिए नियत से अपहरण जैसी घटना को अंजाम दिया हो। फिलहाल, इसके पीछे असली वजह क्या है? पुलिस पता करने में जुटी है।

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