पटना और गया से पांच इंटरनेशनल रूट पर जल्द शुरू होंगी विमान सेवाएं, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
बिहार सरकार पटना और गया से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता देगी। यह कदम बिहार को नेपाल कोलंबो सिंगापुर और शारजाह से जोड़ेगा। 150 से अधिक यात्रियों की क्षमता वाले विमानों को ही वीजीएफ का लाभ मिलेगा। इस पहल से बिहार वैश्विक व्यापार और पर्यटन का केंद्र बनेगा साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार को वैश्विक हवाई नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत पटना और गया से पांच अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें शुरू करने के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) के जरिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह पहल बिहार को उत्तर में नेपाल, दक्षिण में कोलंबो, पूर्व में सिंगापुर और पश्चिम में शारजाह से सीधे जोड़ेगी।
मंत्रिमंडल सचिवालय के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने सोमवार को कैबिनेट ब्रीफिंग में बताया कि बिहार को चारों दिशाओं में अंतरराष्ट्रीय हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों को निविदा के लिए पत्र भेजा गया है और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत यह योजना लागू की जाएगी।
वीजीएफ के तहत मिलेगी वित्तीय सहायता
एस. सिद्धार्थ ने बताया कि वीजीएफ का लाभ केवल उन विमानों को मिलेगा, जिनकी बैठने की क्षमता कम से कम 150 यात्रियों की होगी। छोटे विमानों को इस योजना में शामिल नहीं किया जाएगा।
वीजीएफ की राशि इस प्रकार निर्धारित की गई है-
- पटना-काठमांडू : प्रति राउंड ट्रिप 5 लाख रुपये
- गया-शारजाह : प्रति राउंड ट्रिप 10 लाख रुपये
- गया-बैंकॉक : प्रति राउंड ट्रिप 10 लाख रुपये
- गया-कोलंबो : प्रति राउंड ट्रिप 10 लाख रुपये
- गया-सिंगापुर : प्रति राउंड ट्रिप 10 लाख रुपये
बिहार बनेगा अंतरराष्ट्रीय हब
एस. सिद्धार्थ ने कहा कि जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना और गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की भौगोलिक स्थिति बिहार को वैश्विक व्यापार और पर्यटन का केंद्र बनाने में सक्षम है। अब यह देखना है कि एयरलाइंस कंपनियां इन आकर्षक मार्गों पर कब से उड़ान शुरू करती हैं।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार का मानना है कि यह पहल बिहार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में मजबूत करेगी। इससे पर्यटन और उद्योग को नया आयाम मिलेगा, साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। बिहार वैश्विक पर्यटकों के लिए और अधिक सुलभ बनेगा।
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