Bihar Government: नीतीश सरकार ने कर दी बल्ले-बल्ले! 16 लाख श्रमिकों के खाते में भेजे 5000-5000 रुपये
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 लाख से अधिक भवन निर्माण श्रमिकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से कपड़े खरीदने के लिए पांच-पांच हजार रुपये जमा कराए। इस योजना के तहत कुल 802 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के कल्याण को सरकार का लक्ष्य बताया और छूटे हुए श्रमिकों को भी शामिल करने के निर्देश दिए।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के 16 लाख से अधिक भवन निर्माण श्रमिकों के खाते में कपड़े के लिए पांच-पांच हजार रुपये जमा करा दिए गए। ये रुपये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों डीबीटी के माध्यम से इन श्रमिकों के बैंक खाते में गए।
लाभ पाने वाले श्रमिकों की कुल संख्या 16 लाख, चार हजार, 929 है।इनके खाते में एक क्लिक से 802 करोड़, 46 लाख 45 हजार रुपये जमा किए गए। इस अवसर पर नीतीश ने ''मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना'' के वेब पोर्टल का शुभारंभ किया।
बुधवार को यहां आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान के लोगों का मुख्यधारा में शामिल कराना हमारा लक्ष्य है। श्रमिकों का निरंतर कल्याण इसी का हिस्सा है। राज्य के विकास में श्रमिकों का बड़ा योगदान है।
मुख्यमंत्री ने श्रम संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे छूटे हुए भवन श्रमिकों के नाम इस योजना के लाभ पानेवालों की सूची में शामिल करें। भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों के लिए वस्त्र योजना की शुरुआत 2020 में हुई थी। पहले ढाई हजार रुपये दिए जाते थे। अब इसे पांच हजार कर दिया गया है।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह के अलावा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
युवाओं में स्वरोजगार को प्रोत्साहन देना प्राथमिकता : श्रम सचिव
एक दिन पहले, श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने कहा कि राज्य के युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के साथ-साथ उनमें स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहन देने का कार्य भी किया जा रहा है। युवाओं को अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटना चाहिए, जब तक कि वो लक्ष्य हासिल न कर लें।
स्टडी किट वितरण का उद्देश्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को मदद पहुंचाना है, ताकि युवाओं को प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें। मंगलवार को श्रम सचिव दीप आनंद ने नियोजन भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों एवं स्वरोजगार हेतु इच्छुक अभ्यर्थियों के बीच निःशुल्क स्टडी किट एवं टूल किट वितरण किया। इस अवसर पर सहायक निदेशक प्रियंका वर्मा ने कहा कि स्टडी किट एवं टूल किट वितरण कार्यक्रम निरंतर आयोजित किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा कि वे विशेष नियोजनालय एवं अवर प्रादेशिक नियोजनालय में अपना आवेदन जमा करें और इन योजनाओं का लाभ उठाएं। कार्यक्रम में आर्थिक रूप से कमजोर 50 अभ्यर्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें स्टडी किट के रूप में उपलब्ध कराया गया।
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