Bihar News: ईंट भट्टों पर बच्चों से काम कराने को लेकर बाल श्रम आयोग सख्त, बच्चों से मजदूरी कराने पर लगेगा हजारों रुपए का जुर्माना
पटना में बाल श्रम आयोग की बैठक में बाल श्रम उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। ईंट-भट्ठों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सोनपुर मेला श्रावणी मेला और छठ पर्व जैसे त्योहारों में बाल अधिकार और शिक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बाल श्रम कराने पर जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार राज्य बाल श्रम आयोग के अध्यक्ष अशोक कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को नियोजन भवन के सभागार में आयोजित बैठक में बाल श्रम उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
खास तौर पर ईंट-भट्ठों पर काम करने वाले बच्चों, बाल श्रम उन्मूलन, मुक्ति एवं पुनर्वास, बाल अधिकारों के संरक्षण और जन जागरूकता कार्यक्रमों को लेकर विशेष अभियान चलाकर पंचायत स्तर तक ले जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में सोनपुर मेला, श्रावणी मेला, छठ पर्व आदि प्रमुख पारंपरिक मेलों और त्योहारों में बाल अधिकार, बाल श्रम, बाल विवाह और शिक्षा जैसे विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर सहमति बनी। इन कार्यक्रमों के तहत नुक्कड़ नाटक, लोकगीत, झांकी, पोस्टर प्रदर्शनी जैसे रचनात्मक माध्यमों से संदेश प्रसारित किए जाएंगे।
साथ ही, इसके तहत प्रखंड स्तर पर सूचना बूथ, आर्ट एंड क्राफ्ट गतिविधियां, दृश्य, व्यक्तिगत कहानियां, कार्यशालाओं का आयोजन, सोशल मीडिया या जन जागरूकता अभियान चलाकर बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया जा सकता है।
ईंट-भट्ठों पर काम करने वाले बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए विशेष छापेमारी और छापामारी करने पर भी सहमति बनी। यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य में बच्चों से बाल श्रम कराते पकड़े जाने पर 20 से 50 हजार रुपये तक का जुर्माना या छह महीने से दो साल तक की जेल की सजा होगी। सरकारी कर्मचारियों के बाल श्रम करते पकड़े जाने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में बाल श्रम आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, विधायक श्रेयसी सिंह, रामविलास कामत, विजय सिंह, विधान पार्षद अनिल कुमार, रवींद्र प्रसाद सिंह, श्रमायुक्त राजेश भारती सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
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