Bihar Assembly Election 2025: डेढ़ लाख के खिलाफ बॉन्ड पत्र, 2 हजार पर सीसीए लगाने का प्रस्ताव
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य सरकार ने अपराध नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं। असामाजिक तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है और सात लाख से अधिक लोगों पर कार्रवाई हुई है। गुंडा पंजी में नाम दर्ज करने और सीसीए के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में विधानसभा चुनाव के पहले थानास्तर पर असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस साल अगस्त तक सात लाख से अधिक लोगों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। इनमें करीब डेढ़ लाख के विरुद्ध बांड पत्र की कार्रवाई की गई है।
वहीं, करीब दो हजार लोगों के विरुद्ध सीसीए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है। जिलाबदर किए गए अपराधियों की दैनिक गतिविधि की रिपोर्ट भी थानों में दर्ज करने को कहा गया है।
गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय के स्तर से सभी चार्जशीटेड अपराधियों के नाम गुंडा पंजी में दर्ज करने एवं थानों में नियमित गुंडा परेड कराने का निर्देश दिया गया है। सभी एसपी को लंबित गैर जमानतीय वारंट का थानावार मिलान कराकर निष्पादन कराने का टास्क दिया है।
सभी जिलों को पर्याप्त संख्या में सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) के अंतर्गत प्रस्ताव भेजने का निर्देश भी दिया गया है। चुनाव में सघन चेकिंग के लिए जिलों की सीमा पर बनने वाले मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट पर पर्याप्त संख्या में बैरिकेंडिंग के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश भी मिला है।
चुनाव के दौरान नकद लेन-देन पर निगरानी के लिए अलग से विशेष सेल का गठन किया गया है। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर नजर रखने के लिए भी आर्थिक अपराध इकाई के स्तर पर विशेष सेल बनाया गया है।
300 कंपनी से अधिक केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की संभावना:
विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में 90 हजार से अधिक मतदान केंद्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार करीब 12 हजार मतदान केंद्र बढ़े हैं। इसके कारण संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय बलों के साथ सुरक्षा बलों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में 300 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती की गई थी। इस बार इससे अधिक केंद्रीय बलों की तैनाती की संभावना है। इसमें सीएपीएफ, एसएसबी, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आइटीबीपी, रैफ आदि की टुकड़ी शामिल होंगी।
इसके अलावा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के साथ जिला पुलिस की भी बड़ी संख्या में तैनाती की जाएगी। सभी जिलों को केंद्रीय एवं अन्य सुरक्षा बलों के ठहराने के इंतजाम करने के लिए स्थल चयन के निर्देश दिए गए हैं।

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