Muharram 2025: पटना में पुलिस निगरानी में निकलेंगे 13 हजार से ज्यादा मुहर्रम जुलूस, इन चीजों पर रहेगी पूरी तरह पाबंदी
इस बार मुहर्रम पर पूरे राज्य में 13719 ताजिया जुलूस निकाले जाएंगे जिसके लिए बिना लाइसेंस जुलूस निकालने की इजाजत नहीं होगी। पुलिस और दंडाधिकारी की निगरानी में जुलूस निकाले जाएंगे और वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। डीजे पर प्रतिबंध रहेगा और भड़काऊ नारों पर कार्रवाई होगी। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। इस बार मुहर्रम पर पूरे राज्य में 13 हजार 719 ताजिया जुलूस निकाले जाएंगे। बिना लाइसेंस के जुलूस निकालने की इजाजत नहीं होगी। सभी जुलूस पुलिस व दंडाधिकारी की निगरानी में निकाले जाएंगे। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। भड़काऊ नारे, विवादित झंडे व झांकी पर भी कार्रवाई होगी। शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी विधि-व्यवस्था पंकज दाराद ने यह जानकारी दी। एडीजी ने बताया कि पिछले वर्षों में मुहर्रम पर औसतन दो दर्जन छिटपुट घटनाएं होती रही हैं।
आमतौर पर जबरन चंदा वसूली, भड़काऊ टिप्पणी, धार्मिक उन्मादी नारे, धार्मिक स्थलों के सामने से गुजरने व जुलूस के रूट को लेकर घटनाएं होती हैं। ऐसे में इस बार इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय स्तर से जिलों में बीएसएपी की 50 कंपनियां, केंद्रीय बल की सात कंपनियां, तीन हजार पीटीसी प्रशिक्षु सिपाही, 1230 प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर और 5100 होमगार्ड की तैनाती की गई है।
पुलिसकर्मी हमेशा अपना सरकारी फोन चालू रखें
एडीजी दाराद ने कहा कि पूर्व की घटनाओं के आधार पर सभी जिलों में संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले स्थानों की पहचान कर वहां अतिरिक्त बल की तैनाती की जा रही है। ताजिया जुलूस के रूट का भौतिक सत्यापन करने और संबंधित क्षेत्र में शांति समिति की बैठक करने का निर्देश दिया गया है।
उपद्रवी तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई और बांड भरवाने की कार्रवाई भी की जा रही है। सभी पुलिस पदाधिकारियों को हमेशा अपना सरकारी फोन चालू रखने और हर कॉल का जवाब देने को कहा गया है। मुहर्रम के दौरान किसी भी तरह की घटना होने पर संबंधित डीएम, एसपी, एसडीपीओ आदि को तत्काल मौके पर जाने का निर्देश दिया गया है।
इंटरनेट मीडिया पर भी रहेगी नजर
मुहर्रम जुलूस के मद्देनजर पांच से सात जुलाई तक तीनों दिन जिले से लेकर पुलिस मुख्यालय स्तर पर 24 घंटे कंट्रोल रूम काम करेगा। सभी जिलों को हर दो घंटे पर जिलों को रिपोर्ट देने को कहा गया है। विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) को तैयार रखने का निर्देश है।
इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर भी कार्रवाई होगी। इसके लिए तीन शिफ्ट में डीएसपी रैंक के अफसरों को तैनात किया गया है, जो एसपी के माध्यम से एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को रिपोर्ट करेंगे।
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