Bihar News: पटना के 6 छठ घाट खतरनाक, जिला प्रशासन ने जारी की लिस्ट
पटना में छठ पूजा की तैयारियों के बीच, जिला प्रशासन ने छह गंगा घाटों को खतरनाक और पांच को अनुपयुक्त घोषित किया है। श्रद्धालुओं से सुरक्षित घाटों पर ही पूजा करने की अपील की गई है। कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट के लिए वैकल्पिक रास्ते बनाए जा रहे हैं। प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में जुटा है और लोगों से सहयोग करने की अपील की गई है।
-1761190886361.webp)
6 छठ घाट खतरनाक। (फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, पटना। नहाय-खाय के साथ लोकआस्था के सबसे बड़े पर्व छठ शुरू होने में सिर्फ दो दिन हैं। गंगा घाटों की स्थिति व जलस्तर को देखते हुए बुधवार को जिला प्रशासन ने छह खतरनाक और पांच अनुपयुक्त घाटों की सूची जारी की है।
व्रतियों व श्रद्धालुओं से इन घाटों का जल लेने या अर्घ्य दान के लिए इस्तेमाल नहीं करने की अपील की गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल अधिकृत व सुरक्षित घाटों पर ही छठ पूजा करें। किसी भी हाल में खतरनाक या अनुपयुक्त घाटों की ओर नहीं जाएं।
जिला प्रशासन के अनुसार तेज जल प्रवाह, किनारों पर फिसलन या अधिक गहराई के आधार पर घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। यहां जाना जानलेवा हो सकता है। ऐसे में इन घाटों को प्रयोग नहीं करने की अपील की गई है।
वहीं, पांच ऐसे घाटों को अनुपयुक्त घोषित किया गया है जहां जलस्तर बहुत कम है और अत्यधिक कीचड़-दलदल के कारण यहां अर्घ्य देना असंभव व असुरक्षित है।
एलसीटी घाट पर निर्णय एक से दो दिन में
राजधानी के दो प्रमुख छठ घाट कलेक्ट्रेट व महेंद्रू के संपर्क पथ पर अबतक पानी भरा हुआ है। इसे देखते हुए प्रशासन कलेक्ट्रेट घाट से महेंद्रू घाट तक एक वैकल्पिक रास्ता तैयार कर रहा है। गांधी मैदान में वाहन पार्क कर लोग कलेक्ट्रेट घाट या महेंद्रू घाट जाकर अर्घ्यदान कर सकेंगे।
वहीं, एलसीटी घाट की सुरक्षा पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। नदी के कटाव व गहराई का आकलन किया जा रहा है। इस घाट पर तालाब निर्माण कर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। इसके सुरक्षित या ख़तरनाक होने के बारे में 1 से 2 दिन में निर्णय लिया जाएगा।
ये घाट खतरनाक घोषित
- कंटाही घाट
- राजापुर पुल घाट
- पहलवान घाट
- बांस घाट
- बुद्धा घाट
- नया पंचमुखी चौराहा घाट
अनुपयुक्त घोषित घाट
- टीएन बनर्जी घाट
- मिश्री घाट
- जजेज घाट
- अदालत घाट
- गुलबी घाट
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन ने छठ घाटों पर आपात स्थिति से निपटने को जारी किए नंबर |
वहीं, दूसरी ओर लोकआस्था का महापर्व छठ शांतिपूर्ण व सुरक्षित ढंग से सम्पन्न हो, इसके लिए प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेश पराशर, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम व नगर आयुक्त यशपाल मीणा लगातार हर घाट का निरीक्षण कर रहे हैं।
एसडीओ व एसडीपीओ को भी हर घाट के पहुंच पथ पर पैदल भ्रमण कर सभी कमियों को दूर कराने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा, पार्किंग, रोशनी व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी बुनियादी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही हैं।
इसी क्रम में बुधवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
वहीं, जिला प्रशासन पटना ने सभी छठव्रतियों, श्रद्धालुओं व आमजन से अपील की है कि वे सुरक्षा से जुड़ी सलाहों का पालन करें ताकि महापर्व शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके। जिला प्रशासन ने आपात स्थिति या आवश्यक सूचना के लिए जिला नियंत्रण कक्ष 0612-2219810, 2219234 या डायल 112 नंबर पर फोन जारी किए हैं।
वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्यस्तरीय आपातकालीन संचालन केंद्र का टोल फ्री नंबर 1070, मोबाइल नंबर 7070290170 या 0612-2294204/205 जारी किया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं में सहयोग करें और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल हेल्पलाइन से संपर्क करें।
सुरक्षित छठ के लिए जारी की गई प्रमुख सलाह
- घाटों पर लगे बैरिकेडिंग को पार न करें तथा खतरनाक या गहरे पानी वाले घाटों से दूरी बनाए रखें।
- पूजा स्थलों पर आतिशबाजी से बचें।
- घाटों की स्वच्छता बनाए रखें एवं गंदगी न फैलाएं।
- केवल निर्धारित मार्गों का प्रयोग करें और गाड़ियां भी तय पार्किंग स्थलों पर ही लगाएं।
- बुजुर्गों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों की जेब में घर का पता और फोन नंबर अवश्य रखें।
- अफवाह न फैलाएं और न ही उन पर विश्वास करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।