Patna Book Fair: पटना के गांधी मैदान में सजा पुस्तकों का संसार, मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ, देखिये तस्वीरें
पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पुस्तक मेले का उद्घाटन किया गया। यह मेला ज्ञान और साहित्य का उत्सव है, जिसमें विभिन्न प्रकाशकों ...और पढ़ें

गांधी मैदान में पुस्तक मेले का शुभारंभ करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। गांधी मैदान में शुक्रवार से किताबों का महाकुंभ शुरू हो गया। सेंटर फाॅर रीडरशीप डेवलपमेंट (CRD) की ओर से आयोजित पुस्तक मेले के पहले दिन से ही पुस्तक प्रेमी, साहित्यकार, कला प्रेमी जुटने लगे।
हालांकि पुस्तक प्रेमियों के लिए पुस्तकों के कई स्टाल सजकर पूरी तरह तैयार नहीं दिखे। पुस्तक मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जल संसाधन मंत्री विजय कुमारी चौधरी ने किया।

आयोजक मंडल ने मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंट कर उनका स्वागत किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेला परिसर का भ्रमण कर विभिन्न प्रकाशकों द्वारा लगाए गए स्टाॅल का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के स्टाॅल का फीता काट कर लोकार्पण किया। पुस्तक मेले में बिहार सरकार के विभिन्न विभागों के सूचना एवं जन संपर्क विभाग, महिला एवं बाल विकास निगम, श्रम संसाधन विभाग, विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनी लोगों को आकर्षित कर रही है।

16 दिसंबर को मेले का समापन होगा। अवसर पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कुमार रिव, डा. चंद्रशेखर, पटना प्रमंडल आयुक्त अनिमेष परासर, पुलिस महानिरीक्षक जीतेंद्र राणा, जिलाधिकारी डा. त्यागराजन, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय सहित अन्य मौजूद रहे।
16 दिसंबर को होगा मेले का समापन
पटना पुस्तक मेले के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने कहा कि पटना पुस्तक मेला का 41वां वर्ष है। जब भी ज्ञान और संस्कृति की बात होती है तब बिहार की ओर देखा जाता है।
पुस्तक प्रेमियों का प्यार हमेशा से मेले को मिलता रहता है। उद्घाटन सत्र के बाद किताब के शब्द उच्चरित हुए कार्यक्रम का आगाज हुआ। इस दौरान शायर शहंशाह आलम, चंद्रबिंद, नताशा, अरविंद पासवान, राजेश कमल, गोपेश चौधरी आदि कवियों ने अपनी रचनाओं से पाठकों को मंत्रमुग्ध किया।

कार्यक्रम का संचालन कवि उत्कर्ष ने किया। मेले में दो सौ से अधिक स्टाल लगाए गए हैं। पुस्तक मेले में युवाओं को ओशो की पुस्तकें भा रही है। कई पाठक पुस्तक के बारे में जानकारी प्राप्त करने को स्टाल पर डटे रहे।
स्वामी अरविंद चैतन्य ने बताया कि ओशो ने प्रकृति से जुड़े विषयों पर खुल कर बात की है। ओशो की ध्यान विधियों की पुस्तकें अधिक बिक रही है। इसमें ध्यान की विधियां बताई गई हैं।
कैकेयी के राम संग जेपी की पुस्तक खास
मेले में पाठक विभिन्न स्टालों पर भ्रमण करते हुए अपने पसंद की पुस्तकों की तलाश में घूमते रहे। वाणी प्रकाशन के स्टाॅल पर कैकेयी के राम और राजकमल प्रकाशन की ओर प्रकाशित लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जीवन पर आधारित पुस्तक पाठकों को आकर्षित करती रही।
राजकमल प्रकाशन की ओर से जेपी से बीजेपी, जेपी आंदोलन 1974 आकर्षण के केंद्र रहे। वहीं धर्मवीर भारती की कालजयी रचना गुनाहों का देवता युवा पाठकों की पहली पसंद रही।
वाणी प्रकाशन के संचालक राकेश सिन्हा व राजकमल के अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि पुस्तक की खरीदारी पर पाठकों को 20 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।

स्टाल पर जानकारी को लेकर भीड़
मेले में सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से लगाए स्टाल पर लोग जानकारी प्राप्त करने को लेकर भीड़ लगाते रहे। विज्ञान एवं एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से विभागीय स्टाल पर नवाचारों के क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के बारे में लोगों काे जानकारी दी गई।
स्टाॅल पर लोगों ने अंतरिक्ष व खगोलशास्त्र के क्षेत्र में अभिरुचि बढ़ाने को लेकर जानकारी प्राप्त की। स्टाल पर मुफ्त वर्चुअल रियलिटी थ्रीडी शो के जरिए मंगल ग्रह का रोमांचक सैर किया।
मेले में धार्मिक पुस्तक पवित्र शास्त्र पाठकों को मुफ्त में दिया जा रहा है। मेले में पाठकों के लिए सेल्फी जोन बनाया गया है। जो पुस्तक प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
सोमवार से शुक्रवार तक मुफ्त में प्रवेश
रामगुलाम चौक गांधी मैदान के 10 नवंबर गेट सहित तीन मुख्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। मेले में मुनियों के नाम अगस्त्य मुनि, विश्वामित्र मुख्य द्वार और चरक मुख्य द्वार बनाए गए हैं।
सभी द्वार पर टिकट काउंटर उपलब्ध है। स्कूल ड्रेस में बच्चों को प्रवेश मुफ्त में होगा। सोमवार से शुक्रवार तक कालेज विद्यार्थियों को मुफ्त में टिकट दिया जाएगा।
पुस्तक मेले में इस बार कथाकार अवधेश प्रीत, शायर कासिम खुर्शीद के नाम पर है। मेले में तीन सौ से अधिक कार्यक्रम होंगे। इसमें कला साहित्य से लेकर रंगमंच, सिनेमा और संवाद कार्यक्रम खास होगा।
मेले में पंकज त्रिपाठी की लाली और अखिलेंद्र मिश्र की बारात जैसी फिल्म को प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म जगत से अभिनेता कुणाल सिंह, रंगकर्मी प्रेमलता मिश्रा, जयमंगल देव आदि को सम्मानित किया जाएगा।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव की पुस्तक ‘विकास पुरुष’ का विमोचन कर साहित्य जगत को नया उपहार दिया। इस बार पुस्तक मेले का आयोजन सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (CRD) द्वारा किया जा रहा है।

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