पटना में दो साल बाद पुस्तक मेले का हो रहा आगाज, 300 से अधिक प्रकाशकों के आने की उम्मीद
Patna Pustak Mela 2022 दो वर्षो बाद पटना में सजेगी पुस्तकों की दुनिया। दो से 13 दिसंबर तक गांधी मैदान में पुस्तक मेले का आयोजन। देश के तीन सौ से अधिक ...और पढ़ें

पटना, जागरण संवाददाता। Patna Pustak Mela 2022: बिहार का लोकप्रिय सांस्कृतिक महोत्सव पटना पुस्तक मेला इस बार वापसी को तैयार है। कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्षो बाद इस बार पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में दिसंबर के पहले सप्ताह से आरंभ होगा। पुस्तक मेले को लेकर बीते दो वर्षो से पुस्तक प्रेमी इंतजार में थे।
सीआरडी की ओर से लगेगा एक हफ्ते का मेला
सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) की ओर से दो से 13 दिसंबर तक आयोजित होने वाला पुस्तक मेला इस बार पाठकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। खुशनुमा व गुलाबी ठंड और गुनगुनी धूप के बीच हरियाली में पसरी पुस्तकों की दुनिया का दीदार पाठक दिसंबर में करेंगे।
तीन सौ से अधिक प्रकाशकों के आने की उम्मीद
सीआरडी अध्यक्ष व उपन्यासकार रत्नेश्वर ने बताया कि पुस्तक मेले को लेकर रूप रेखा तैयार हो रही है। देश के नामचीन प्रकाशकों से बात की जा रही है। मेले में उम्मीद है कि तीन सौ से अधिक प्रकाशक भाग लेंगे। मेले में जन संवाद, फिल्म प्रदर्शन, काव्य पाठ, लोक नृत्य संगीत, नुक्कड़ नाटक, कथा पाठ, चित्र कला प्रदर्शनी, पुरस्कार सम्मान समेत अन्य कार्यक्रम हर दिन आयोजित होंगे।
शिक्षा पर केंद्रित होगा यह कार्यक्रम
पुस्तक मेला शिक्षा को लेकर केंद्रित होगा। वहीं कार्यक्रम के दौरान देश के नामचीन साहित्यकार, पत्रकार, रंगकर्मी समेत अन्य गणमान्य लोग भाग लेंगे। रत्नेश्वर ने बताया कि 2019 के बाद इस बार गांधी मैदान में पुस्तक मेला होगा। बिहार-झारखंड से लगभग पांच लाख से अधिक पाठक पुस्तक मेले में भाग लेकर इसे यादगार बनाएंगे।
1985 से आरंभ हुआ था पुस्तक मेला
राजधानी में पुस्तक मेले की शुरूआत 1985 में आरंभ हुआ था। गांधी मैदान में छोटे स्तर पर पुस्तक मेले की शुरूआत हुई थी। पटना के पुस्तक मेले की ख्याति देश भर है। यहां के मेले में देश के नामचीन साहित्यकारों ने भाग लेकर मेले की खूबसूरती में चार-चांद लगाते रहे हैं। मेले में गीतकार गुलजार, साहित्यकार नामवर सिंह, फिल्म अभिनेता अनपुम खेर, ममता कालिया समेत अन्य गणमान्य लोगों ने मेले में भाग लेकर शोभा बढ़ाई थीं।

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