पटना के गांधी मैदान में लगा पुस्तक मेला, दिसंबर में एक बार फिर सजेगी किताबों की दुनिया; आएंगे 300 प्रकाशक
Patna Book Fair 2022 पटना के गांधी मैदान में तीन साल के बाद लगा पुस्तकों का मेला। समय इंडिया के पुस्तक मेले में खूब आ रहे किताब प्रेमी। दिसंबर में सी ...और पढ़ें

पटना, जागरण संवाददाता। पढ़ाई-लिखाई के शौकीनों के लिए तीन साल के अंतराल पर गांधी मैदान में पुस्तक मेला आयोजित हो रहा है। समय इंडिया नई दिल्ली की ओर से गांधी मैदान में पुस्तक मेला लग चुका है। भारतीय नृत्य कला मंदिर में किताब उत्सव का आज आखिरी दिन है। वहीं सेंटर फार रीडरशिप डेवलपमेंट ( सीआरडी) के तत्वावधान में दो दिसंबर को गांधी मैदान में पुस्तक मेले का शुभारंभ होगा।
तीन सौ से अधिक प्रकाशक आएंगे मेले में
13 दिसंबर तक चलने वाले साहित्यिक महाकुंभ में देश के नामचीन साहित्यकार पाठकों से रूबरू होंगे। तीन सौ से अधिक प्रकाशक मेले में आकर्षण का केंद्र बनेंगे। पुस्तक मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बताया कि पुस्तक प्रेमी गुनगुनी धूप में पुस्तकों का आनंद गांधी मैदान में उठाएंगे। नई किताब कार्यक्रम के तहत देश के मशहूर लेखक पाठकों से बातचीत करेंगे।
स्कूली बच्चों को मुफ्त मिलेगा प्रवेश
जनसंवाद कार्यक्रम में जयंती रंगनाथन, सिनीवली शर्मा, प्रभात रंजन, पत्रकार अनंत विजय, मनीषा कुलश्रेष्ठ समेत अन्य कलमकार भाग लेंगे। मेले में स्कूली बच्चों व दिव्यांगों को निशुल्क प्रवेश मिलेगा। बच्चों को अपना परिचय पत्र साथ लाना होगा। पुस्तक मेले में साहित्य के लिए विद्यापति पुरस्कार, पत्रकारिता के लिए सुरेंद्र प्रताप सिंह पुरस्कार, रंगकर्म के लिए भिखारी ठाकुर पुरस्कार दिया जाएगा।
क्रांतिकारी साहित्य पाठकों की पहली पसंद
शनिवार का दिन पुस्तक प्रेमियों के लिए खास रहा। समय इंडिया नई दिल्ली की ओर से गांधी मैदान में आयोजित पुस्तक मेले के दूसरे दिन पाठकों ने अपनी चुनिंदा पुस्तकों की खरीदारी करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया। मेले में क्रांतिकारी साहित्य से जुड़ी पुस्तकें पाठकों को खूब भा रही है। पाठक मेले में बलिदानी वीर मदनलाल धींगरा, शहीद भगत सिंह, आजादी के दीवाने आदि पुस्तकों की खरीदारी करते नजर आए।
सस्ता साहित्य मंडल के स्टाल पर दिखे छात्र
मेले में आए पाठकों को आनंदित करने के लिए स्कूली बच्चों की प्रस्तुति ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। लोकगीतों की धुन पर बच्चों की प्रस्तुति को सभी ने सराहा। वहीं, सस्ता साहित्य मंडल के स्टाल पर प्रकाश की बातें, धरती और आकाश दर्शन विज्ञानी पुस्तकें भी छात्रों को आकर्षित करते रही। मोतीलाल बुक्स स्टाल पर इतिहास, परंपरा व संस्कृति से जुड़े पुस्तकें पाठकों को अपनी ओर खींचती रहीं।
लोकगीत और राष्ट्रभक्ति गीत गाकर बांधा समां
पुस्तक मेले में लोगों ने पुस्तकों की खरीदारी संग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनंद उठाया। लोकगीत व राष्ट्रभक्ति गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें ओमजी, अनन्या आर्य व आर्यन राज क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। निर्णायक मंडल में डा. विनय कुमार विष्णुपुरी और श्रीकांत व्यास थे।

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