पटना में ऑटो-ई-रिक्शा परिचालन के लिए तीन जोन निर्धारित, डीएम ने तैयार किया प्रस्ताव
पटना में ऑटो और ई-रिक्शा के अनियंत्रित परिचालन को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने एक नई योजना बनाई है। शहर को तीन जोन - ग्रीन, येलो और ब्लू में बांटा गया ...और पढ़ें

पटना में ऑटो-ई-रिक्शा परिचालन के लिए तीन जोन निर्धारित
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में अनियंत्रित ऑटो–ई-रिक्शा परिचालन, ट्रैफिक जाम व भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने परिवहन व्यवस्था को तीन जोन में विभाजित करते हुए रूट-वार वहन क्षमता का प्रस्ताव तैयार किया है।
शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने ऑटो एसोसिएशन व विभिन्न वाहन संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इन प्रस्तावों की जानकारी दे सहमति बनाई। संघों ने डीएम से परमिट जारी करने की मांग की।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनहित व यातायात प्रबंधन को सर्वोपरि रखते हुए रूटों व जोन का अंतिम निर्धारण किया जाए। जिलाधिकारी ने जुलाई से लागू होने वाले रूट निर्धारण व सड़कों की वहन क्षमता के अनुसार प्रस्तावित योजना का संशोधित प्रारूप जारी किया।
ट्रैफिक दबाव व सड़कों की क्षमता के अनुसार बनाए गए जोन
डीएम ने जो योजना प्रस्तावित की है, उसमें ग्रीन, ब्लू व येलो तीन जोन में कुल 26 रूट बनाए गए हैं। इन रूटों पर सड़कों की कुल वहन क्षमता 22,065 है और इसके 80 प्रतिशत यानी 18,181 वहन क्षमता की ही अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा 10 प्रतिशत वहन क्षमता रिजर्व्ड ऑटो-ई रिक्शा व 10 प्रतिशत वहन क्षमता प्रशासनिक जरूरतों के लिए आरक्षित रहेगी।
ग्रीन जोन यानी अधिक ट्रैफिक दबाव वाला क्षेत्र
ग्रीन जोन में सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव वाला क्षेत्र है और यहां सड़कें संकरी व भीड़ वाली है। बाजार, स्कूल, कार्यालय, स्टेशन या धार्मिक स्थल अधिक होते हैं। यहां वाहनों की संख्या कड़ाई से नियंत्रित की जाती है ताकि जाम न हो।
इसमें सीडीए बिल्डिंग, पटना जंक्शन, लोहानीपुर, खेमनीचक, अशोक राजपथ, गायघाट, दीदारगंज, मालसलामी, कंकड़बाग, कुम्हरार, गुलजारबाग, हनुमान नगर, सिपारा पुल, जीरो माइल, आइएसबीटी बैरिया, राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन, बहादुरपुर गुमटी, पटना सिटी व हाजीपुर रूट शामिल हैं।
येलो जोन में रहता मध्यम ट्रैफिक लोड
येलो जोन में ट्रैफिक दबाव मध्यम व सड़कें अपेक्षाकृत चौड़ी होती हैं। आवासीय व व्यावसायिक मिश्रित इलाकों से होकर रूट गुजरते हैं।
इनमें राजा बाजार, आशियाना व जगदेव पथ, सगुना मोड़, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, कुर्जी मोड़, बांसघाट, राजापुर पुल, दानापुर, फ्रेजर रोड, रामनगरी मोड, सोनपुर व हाजीपुर रूट शामिल हैं।
ब्लू जोन यानी शहर के बाहरी क्षेत्र
ब्लू जोन में शहर के आउटर, मुख्य एंट्री–एग्जिट प्वाइंट, बड़े बस टर्मिनल आदि होते हैं। इसमें गर्दनीबाग, अनीसाबाद, फुलवारीशरीफ, खगौल, जीरो माइल, आइएसबीटी, करबिगहिया, बिरला कालोनी, मगदेवपथ, पुनपुन, पुरंदरपुर, सिपारा पुल आदि रूट शामिल हैं।

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