Patna DM Action: पटना में अतिक्रमण पर डीएम का कड़ा रुख, अधिकारियों को चेतावनी; नपेंगे थानेदार
पटना के जिलाधिकारी अतिक्रमण की समस्या से नाराज़ हैं। उन्होंने अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने में तेज़ी लाने के लिए कहा है लापरवाही होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। दोबारा अतिक्रमण होने पर थानेदार पर भी कार्रवाई होगी। उन्होंने अतिक्रमणकारियों पर भारी जुर्माना लगाने और प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण से यातायात बाधित होता है जिससे लोगों को परेशानी होती है।

जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में अतिक्रमण की गंभीर स्थिति पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम काफी नाराज हैं। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी है कि अतिक्रमण हटाने में लापरवाही बरती तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। दोबारा अतिक्रमण होने पर थानेदार कार्रवाई की जद में आएंगे।
जिलाधिकारी मंगलवार को अतिक्रमण उन्मूलन अभियान की समीक्षा कर रहे। उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारियों पर भारी जुर्माना लगाएं, ताकि वे दोबारा अतिक्रमण करने से बाज आएं। डेडिकेटेड शहरी प्रबंधन इकाई के अधिकारियों पर भी वे नाराज दिखे।
आपमे कार्रवाई की इच्छाशक्ति नहीं:
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारियों में समन्वय का अभाव है। अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने में इच्छाशक्ति की भी कमी है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अतिक्रमण हटाने की जिन्हें जिम्मदारी दी गई है, उनकी शिथिलता या लापरवाही पकड़ी गई तो विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्थलों से अवैध संरचनाओं को शीघ्र हटाएं।
डेडिकेटेड इकाई प्रभावी ढंग से करे काम:
उन्होंने कहा कि सरकार ने नगर व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए डेडिकेटेड शहरी प्रबंधन इकाई का गठन किया है। तब फिर ऐसी स्थिति क्यों है। अपर जिला दंडाधिकारी (नगर-व्यवस्था) अधिकारियों के बीच सुदृढ़ समन्वय एवं सार्थक संवाद स्थापित करें। कहा कि जो भी दोबारा अतिक्रमण करे, उसपर अनिवार्य रूप से प्राथमिकी दर्ज करें।
इस फेज में अतिक्रमणकारियों पर अभी तक केवल तीन एफआईआर ही किए जाने पर उन्होंने कहा, इससे तो लगता है कि ठीक ढंग से कार्रवाई नहीं की जा रही है। खानापूर्ति से काम नहीं चलेगा।
अतिक्रमणकारियों पर प्राथमिकी सहित विधि-सम्मत सख्त कार्रवाई करें। उनके सामान जब्त करें और पर्याप्त आर्थिक दंड लगाएं ताकि वे दोबारा अतिक्रमण से बाज आएं। पुनः अतिक्रमण की घटना होने पर थानाध्यक्ष को निलंबित भी किया जा सकता है।
अतिक्रमण उन्मूलन अभियान का दिखना चाहिए प्रभाव:
जिलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमण से आम जनता को काफी परेशानी होती है। नेहरू पथ, जेपी गंगापथ, हवाई अड्डा रोड, अशोक राजपथ, दीघा-आशियाना रोड जैसी सड़कें शहर की लाइफलाइन हैं। अतिक्रमण के कारण यातायात में व्यवधान होता है। लोगों का बहुमूल्य समय बर्बाद होता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमण-उन्मूलन अभियान दिखना भी चाहिए ताकि लोगों के मन में विश्वास जगे। बैठक में ट्रैफिक एसपी, अपर जिला दंडाधिकारी नगर व्यवस्था, नगर दंडाधिकारी, डीएसपी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अभियान चलाकर हटाया गया अतिक्रमण
मल्टी एजेंसी अतिक्रमण उन्मूलन अभियान मंगलवार को नगर निगम के विभिन्न अंचलों में चलाया गया। कई सामान जब्त किए गए। अतिक्रमणकारियों से 22,050 रुपये जुर्माना वसूला गया। नूतन राजधानी अंचल में जीपीओ गोलंबर से स्टेशन गोलंबर, बुद्धा पार्क से डाकबंगला चौराहा होते हुए बंदर बगीचा हरिनिवास तक अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया। छठ ठेले जब्त किए गए।
पाटलिपुत्र अंचल में बोरिंग रोड चौराहा के दोनों तरफ से राजापुर सब्जी मंडी और वहां से फिर चौराहे तक कार्रवाई की गई। कई दुकानों को हटाया गया। स्टाल, ठेले जब्त किए गए। कंकड़बाग अंचल में चिरैयाटांड़ से राजेंद्र नगर तक अभियान चलाया गया। दानापुर निजामत नगर परिषद क्षेत्र में रूपसपुर पुल से बुद्धा कैंसर हास्पीटल तक अतिक्रमण हटाया गया।
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