इंडिगो फ्लाइट अचानक रद, 6 यात्री चार दिन तक बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फंसे
इंडिगो की फ्लाइट 6E-6277 (बेंगलुरु से पटना) रद होने से छह यात्री चार दिन तक बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फंसे रहे। बिना किसी ठोस कारण के उड़ान रद होने और उचित ...और पढ़ें

प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। इंडिगो की फ्लाइट 6E-6277 (बेंगलुरु से पटना) के 5 दिसंबर 2025 को अचानक रद होने से छह यात्रियों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा।
यात्रियों का कहना है कि बिना किसी ठोस कारण बताए यात्रा रद कर दी गई और एयरलाइन की ओर से न तो उचित व्यवस्था की गई और न ही कोई संतोषजनक सहायता प्रदान की गई।
यात्रियों के अनुसार, Kempegowda International Airport, बेंगलुरु पहुंचे ही थे कि उड़ान रद होने की घोषणा कर दी गई। एयरलाइन स्टाफ द्वारा न तो ठीक से मार्गदर्शन दिया गया और न ही आवास या वैकल्पिक उड़ान की सुविधा मुहैया कराई गई।
सबसे बड़ी समस्या तब खड़ी हुई जब फ्लाइट रद होते ही बेंगलुरु से पटना जाने वाली अन्य उड़ानों के टिकटों की कीमत अचानक बढ़कर लगभग 70,000 रुपये प्रति व्यक्ति पहुंच गई, जिससे तुरंत नई टिकट बुक करना असंभव हो गया।
यात्रियों अरशद अली, कौशर जहां, दानिश खान, तरन्नूम आरा शहनवाज अली, अरशी अकरम ने बताया कि पटना में महत्वपूर्ण व्यक्तिगत और कार्य संबंधी कार्यक्रम तय थे, जिनके चलते सभी छह यात्रियों ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन 9 दिसंबर तक कोई भी किफायती उड़ान उपलब्ध नहीं हुई। मजबूरी में उन्हें बेंगलुरु में चार दिन तक रुकना पड़ा, जिससे उनका बजट कई गुना बढ़ गया।
इन चार दिनों में होटल, भोजन, स्थानीय यात्रा और रहने के खर्च ने आर्थिक बोझ को और बढ़ा दिया। तय समय पर पटना नहीं पहुंच पाने से कार्यदिवसों की हानि भी हुई, जिसका सीधा असर उनकी आमदनी पर पड़ा।
अरशद ने बताया कि इस पूरी स्थिति ने उन्हें गंभीर मानसिक तनाव, बेचैनी और असहजता में डाल दिया। अचानक फंसे रह जाना, टिकटों की अत्यधिक बढ़ी कीमत और एयरलाइन की ओर से किसी भी त्वरित समाधान का अभाव उनके लिए बेहद तनावपूर्ण रहा।
चार दिनों तक इंतजार और संघर्ष के बाद सभी यात्री 9 दिसंबर को किसी तरह पटना पहुंच सके, लेकिन इस पूरी घटना ने उन्हें आर्थिक नुकसान, मानसिक थकान और भारी असुविधा हुई।
यात्रियों का कहना है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था के अचानक फ्लाइट रद करना यात्रियों के साथ अन्याय है। एयरलाइंस को ऐसी परिस्थितियों में जवाबदेह बनाया जाना चाहिए, ताकि यात्रियों को मानसिक और आर्थिक क्षति न उठानी पड़े।
साथ ही, रद्दीकरण के तुरंत बाद टिकटों की कीमतों का इतने अधिक बढ़ जाना भी नियमों के खिलाफ बताया जा रहा है। यात्रियों ने कहा कि पारदर्शिता, सहयोग और न्यायपूर्ण री- बुकिंग प्रणाली यात्रियों का अधिकार है, जिस पर एयरलाइंस को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

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