गया में भुईयां-मुसहर समाज का आक्रोश... हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पर परिवारवाद का आरोप
गया में भुईयां-मुसहर समाज ने निकाला आक्रोश मार्च हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की कार्यशैली पर उठाए सवाल। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि पार्टी परिवारवाद में उलझी हुई है और समाज को योजनाओं से वंचित रखा जा रहा है। लक्ष्मण मांझी ने कहा कि पार्टी का नाम बदलकर दामाद-पुतोहबा पार्टी रख देना चाहिए क्योंकि इससे सिर्फ परिवार का भला हुआ है समाज का नहीं।
संवाद सूत्र, गयाजी। गया में भुईयां-मुसहर समाज ने निकाला आक्रोश मार्च, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की कार्यशैली पर उठाए सवाल। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि पार्टी परिवारवाद में उलझी हुई है और समाज को योजनाओं से वंचित रखा जा रहा है। लक्ष्मण मांझी ने कहा कि पार्टी का नाम बदलकर "दामाद-पुतोहबा पार्टी" रख देना चाहिए क्योंकि इससे सिर्फ परिवार का भला हुआ है, समाज का नहीं।
आक्रोश मार्च के मुख्य बिंदु
- परिवारवाद के आरोप: लक्ष्मण मांझी ने कहा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी अपने परिवार के सदस्यों को ही महत्व दे रही है और समाज को नजरअंदाज कर रही है।
- योजनाओं से वंचित: समाज के लोगों का आरोप है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है और उन्हें केवल वोट बैंक समझा जा रहा है।
- दारू के केस: लक्ष्मण मांझी ने आरोप लगाया कि झूठे दारू के केस में समाज के 75 प्रतिशत लोगों को जेल भेजा गया है, जबकि जमीन, शिक्षा और रोजगार के मुद्दे ठंडे बस्ते में डाल दिए गए हैं।
- बाबा दशरथ मांझी को भारत रत्न: लक्ष्मण मांझी ने कहा कि सत्ता में आने के बाद बाबा दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की मांग क्यों ठंडी पड़ गई.
कार्रवाई
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने लक्ष्मण मांझी को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। पार्टी नेतृत्व ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना है और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।
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