चीनी-नमक मिलाकर घर में तैयार कर सकते हैं ORS का घोल, जानें इसके फायदे Patna News
ओआरएस का घोल घर में भी आसानी से बनाया जा सकता है। कई सारी गंभीर बीमारियों में इसके चंद घूंट फायदा करते हैं। जानें कैसे बनाया जा सकता है आआरएस घोल।
पटना, जेएनएन। बरसात के दिनों में दूषित पानी एवं भोजन से होने वाली बीमारियों से विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है। दूषित पानी एवं भोजन से डायरिया होने की आशंका रहती है। डायरिया से पीड़ित होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी है कि ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का घोल दिया जाए। इसे लोग अपने घरों में काफी आसानी ने बना सकते हैं।
ये बातें ओआरएस डे पर भारतीय शिशु अकादमी की राज्य शाखा की ओर से राजधानी के बीडी पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में संगठन के सचिव डॉ. अखिलेश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि एक लीटर पानी में छह चम्मच चीनी, आधा चम्मच नमक एवं दो बूंद नींबू का रस मिलाकर घर में ओआरएस का घोल तैयार कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति को जैसे ही सामान्य से अधिक शौच हो तो ओआरएस का घोल देना प्रारंभ कर देना चाहिए।
यह घोल तब तक देते रहना चाहिए, जब तक व्यक्ति सामान्य रूप से मूत्र त्याग न करने लगे। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत बीडी पब्लिक स्कूल के निदेशक शिव बिहारी राय ने किया। उन्होंने कहा कि बरसात में होने वाली बीमारियों के प्रति बच्चों को जागरूक करना जरूरी है। इस अवसर पर डॉ. निगम प्रकाश नारायण ने कहा कि छोटी-छोटी सावधानी बरतकर बच्चों को स्वस्थ रख सकते हैं। खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसए कृष्णा, डॉ. विद्या कपूर एवं स्कूल की प्राचार्य माधवी कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।
ये बातें ओआरएस डे पर भारतीय शिशु अकादमी की राज्य शाखा की ओर से राजधानी के बीडी पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में संगठन के सचिव डॉ. अखिलेश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि एक लीटर पानी में छह चम्मच चीनी, आधा चम्मच नमक एवं दो बूंद नींबू का रस मिलाकर घर में ओआरएस का घोल तैयार कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति को जैसे ही सामान्य से अधिक शौच हो तो ओआरएस का घोल देना प्रारंभ कर देना चाहिए।
यह घोल तब तक देते रहना चाहिए, जब तक व्यक्ति सामान्य रूप से मूत्र त्याग न करने लगे। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत बीडी पब्लिक स्कूल के निदेशक शिव बिहारी राय ने किया। उन्होंने कहा कि बरसात में होने वाली बीमारियों के प्रति बच्चों को जागरूक करना जरूरी है। इस अवसर पर डॉ. निगम प्रकाश नारायण ने कहा कि छोटी-छोटी सावधानी बरतकर बच्चों को स्वस्थ रख सकते हैं। खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसए कृष्णा, डॉ. विद्या कपूर एवं स्कूल की प्राचार्य माधवी कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।

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