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    बिहार में दीर्घायु हो रहे बुजुर्ग तो बच्‍चों की संख्‍या हो रही कम, 2036 तक बढ़ेगी इस समूह की आबादी

    By Vyas ChandraEdited By:
    Updated: Thu, 14 Apr 2022 03:16 PM (IST)

    देश के साथ बिहार में भी बढ़ रहे बुजुर्ग और बढ़ रही उनकी आयु। 2036 तक बढ़ता रहेगा बुजुर्ग और कार्यशील समूह की आबादी का हिस्सा। बुजुर्गों का ख्याल रखने ...और पढ़ें

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    बुजुर्गों की संख्‍या में हुआ इजाफा। सांकेतिक तस्‍वीर

    सुनील राज, पटना। देश के साथ बिहार जैसे प्रदेश में बुजुर्गों की संख्या और आयु बढ़ रही है। 2011 की जनगणना के अनुसार देश की कुल आबादी में बुजुर्गों की संख्या 8.4 प्रतिशत थी। इसे 2036 तक बढ़कर 15 प्रतिशत तक होने का अनुमान है। बिहार में भी बुजुर्गों की आबादी 2036 तक 10.9 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी। अभी महज 6.3 प्रतिशत है। 

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    आयु-आबादी बढ़ने की दो वजहें

    सरकार का आकलन है कि बुजुर्गों की आबादी और आयु बढ़ने की दो प्रमुख वजह हैं। पहली मृत्युदर में कमी और दूसरी जीवन स्तर में बदलाव है। जीवन स्तर में सुधार और स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि की वजह से जो औसत उम्र में दो वर्ष का इजाफा हुआ है। जो बुजुर्ग पहले 69 वर्ष तक जी रहे थे, वे अब औसतन 71 वर्ष तक जीने लगे हैैं। यह आकलन राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय का है और इसका उल्लेख बिहार सरकार ने अपने 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण में भी किया है। 

    बढ़ेगा कार्यशील आबादी का हिस्सा

    सांख्यिकी कार्यालय और आर्थिक सर्वेक्षण का आकलन है कि बिहार के साथ देश के स्तर पर 2036 तक कार्यशील आबादी (15-59 वर्ष)का प्रतिशत बढ़ेगा। आकलन के अनुसार बिहार में इस आयु वर्ग का हिस्सा 2011 के 53.5 प्रतिशत के मुकाबले 2036 तक बढ़कर 61.4 प्रतिशत तक होने का अनुमान है। जबकि देश के स्तर पर इसमें करीब चार प्रतिशत की वृद्धि संभावित है और 2011 के 60.7 प्रतिशत से बढ़कर 64.9 प्रतिशत तक होने का अनुमान है। 

    देश-राज्य में घटेगी बच्चों की तादाद

    सरकार का ऐसा अनुमान है कि एक ओर जहां बुजुर्ग और कार्यशील समूह की आबादी का हिस्सा बढ़ेगा वहीं बच्चों की आबादी देश और बिहार के मामले में कम होगी। दोनों स्तर पर यह हिस्सा घटेगा। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 2036 तक बिहार में कुल आबादी में बच्चों का हिस्सा 27.7 प्रतिशत तक होगा जो देश के 20.1 प्रतिशत के हिस्से से 7.6 अंक अधिक है। 

    कुछ अहम आंकड़े : 

    • सांख्यिकी कार्यालय और आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार जनसंख्या को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। बच्चे (0-14 वर्ष), कार्यशील समूह (15-59 वर्ष) और बुजुर्ग (60 वर्ष से ऊपर। 
    • अनुमान पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में लगभग 13.8 करोड़ बुजुर्ग व्यक्ति हैं, जिनमें 6.7 करोड़ पुरूष और 7.1 करोड़ महिलाएं हैं।
    • पिछले दो दशकों (2021 तक) में वृद्ध पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक रही है। लेकिन यह अनुमान लगाया गया है कि 2031-36 के बीच बुजुर्ग महिलाए बुजुर्ग पुरुषों से ज्यादा होंगी। 
    • आंकड़ों के अनुसार देश के स्तर पर केरल की कुल आबादी में बुजुर्ग आबादी का हिस्सा सबसे अधिक यानी करीब 16.5 प्रतिशत रहा। दूसरे पायदान पर तमिलनाडु है जहां आबादी की संख्या कुल आबादी में 13.6 प्रतिशत  जबकि हिमाचल में 13.1 प्रतिशत, पंजाब में 12.6 प्रतिशत और आंध्र में 12.4 प्रतिशत है। 
    • देश के स्तर पर गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार बुजुर्गों का ख्याल रखने के मामले में बिहार की स्थिति पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश से बेहतर है। बुजुर्गों को गुणवत्ता पूर्ण जीवन प्रदान करने के मामले में बिहार देश के तीन शीर्ष राज्यों में शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार पहले पायदान पर राजस्थान, दूसरे में महाराष्ट्र इसके बाद बिहार का नाम आता है।